Topper Students Best Habits in Hindi | टॉपर छात्र की आदतें हिंदी में

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टॉपर छात्र बनना नामुमकिन तो नहीं होता है लेकिन एक टॉपर बनने के लिए काफी कुछ करना और सीखना पड़ता है।

यह तो हर कोई जानता है कि टॉपर बनने के लिए मेहनत से पढ़ाई करना होता है लेकिन कुछ ही छात्र यह जानते कि टॉपर बनने के लिए टॉपर छात्र की आदत (topper student habits) भी सीखना होता है।

टॉपर की आदत सीखने से पहले टॉपर की आदत (topper student habits) को जाने। यहाँ पर हम टॉपर के आदत को बताएगे जो काफी टॉपर छात्र में होता है।

हम आपको यह भी बता दे कि एक टॉपर में अच्छी और बूरी आदत दोनों ही हो सकता है। लेकिन हमें बस अच्छी आदत को सीखना चाहिए।

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Topper Student Habits in Hindi

topper student habits in hindi
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पहले से शुरुआत करना

टॉपर छात्र की आदत होती है कि वह पढ़ाई को सबसे पहले शुरू करता है। क्योंकि वह जानता है कि बाद में शुरू करने पर उसे काफी परेशानी होगी और उतना अच्छा रिजल्ट भी नहीं मिल पाएगा।

टॉपर छात्र पहले से पढ़ाई शुरू देता है और मेहनत के साथ पढ़ाई करता है। पढ़ाई को पहले से शुरू कर देने से ज्यादा दिमाग पर पढ़ाई के लिए तनाव नहीं पढ़ता है।

आराम और ध्यान के साथ पढ़ाई को समय के पहले ही खत्म किया जा सकता है। अब आपको भी टॉपर छात्र बनना है तो अपनी पढ़ाई को पहले से शुरू करने की आदत बना ले।

अपनी पढ़ाई का विश्लेषण करना

पढ़ाई करना ही सब कुछ नहीं होता है। अपनी पढ़ाई का विश्लेषण (Analysis) भी करना जरुरी होता है। इसको जानते हुए टोपर छात्र समय-समय पर अपनी पढ़ाई का विश्लेषण करता रहता है।

उसने अभी कितना पढ़ लिए है। अभी कितना पढ़ना बाकि है और परीक्षा में कितना समय बाकि है।

इसके साथ ही परीक्षा की तैयारी का Analysis करने की आदत भी टॉपर छात्र की होती है।

समय प्रबंधन करना

यह बिल्कुल सत्य है कि इस संसार में सबसे ज्यादा कितमती समय ही है। जो अपने समय को जितना अच्छे से इस्तेमाल कर लेगा वह उतना ही जल्द सफल हो सकता है और जो समय का सही से इस्तेमाल नहीं करता है वह उतना ही असफल हो सकते है।

इसलिए एक टोपर छात्र काफी ध्यान के साथ अपने समय का प्रबंधन करता है। उसे कम पढ़े करनी है, कम खेलना, कम दोस्तों के साथ समय बिताना है। इस सब का समय प्रबंधन टॉपर छात्र करता है। जिससे वह जान पता है कि उसे कितना समय पढ़ाई पर देना है और वह कितना समय दे रहा है।

रोज स्कूल जाने की आदत

आपको हर एक टॉपर छात्र रोज स्कूल जाता दिख सकता है। टॉपर छात्र रोज ही स्कूल जाते है।

रोज स्कूल जाने से वह रोज कुछ नया सिखते रहते है। अंत में वह काफी कुछ सिख लेते है। जिससे उन्हें परीक्षा के समय परेशानी नहीं होती है।

हम आपको यह भी बता दे कि कुछ टॉपर छात्र को रोज स्कूल जाना पसंद नहीं होता है। पर वह घर रहकर भी रोज पढ़ाई करते है।

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अच्छा अध्ययन सामग्री संग्रह

अध्ययन करने की सामग्री टॉपर के लिए काफी मायने रखता है। एक अच्छा अध्ययन सामग्री अच्छी ज्ञान को दे सकता है| जिससे पढ़ाई में काफी मदद मिलेंगे। वही एक ख़राब अध्ययन सामग्री पढ़ाई को ख़राब भी कर सकता है।

हम आपको बता दे कि किसी भी तरह की अध्ययन करने की सामग्री ना तो अच्छी होती है और ना ही बुरी होती है। बस आप पर ही निर्भर करता है कि आपको किस तरह की अध्ययन करने की सामग्री सही साबित होती है।

कुछ अध्ययन करने की सामग्री आसान भाषा में लिखी होती है तो कुछ थोड़ी मुश्किल भाषा में लिखी होती है। बस आप अपने हिसाब से चुने।

ज्यादा याद ना करना

कभी भी कोई टॉपर छात्र ज्यादा याद करने की कोशिश नहीं करता है। यह बात सच है कि पढ़ाई में कुछ चीज़ो को याद करने पड़ता है।

लेकिन ज्यादा से ज्यादा चीज़ो को समझना पड़ता है। याद किया हुआ समय के साथ भूल जाता है लेकिन समझा हुआ जिंदगी भर याद रहता है।

इसलिए टॉपर छात्र ज्यादा से समझने की कोशिश करते है और कम से कम याद करते है।

परीक्षा के हिसाब से पढ़ाई करना

किसी भी छात्र के पढ़ाई करने का अंतिम इच्छा यही होती है कि उसके ज्यादा से ज्यादा नंबर रिजल्ट में आए। इसको समझते हुए टॉपर छात्र पढ़ाई तो मेहनत के साथ करते है लेकिन पढ़ाई को परीक्षा के हिसाब से करते है।

परीक्षा में कौन से सवाल ज्यादा कीमती है और कौन सा नहीं। इस सब के अनुसार ही टॉपर छात्र अपनी पढ़ाई करते है।

पहले का पढ़ा हुआ फिर से पढ़ना

एक बार पढ़ने के बाद उसे फिर ना पढ़ना ऐसी गलती कोई भी टॉपर छात्र नहीं करता है। वह कुछ कुछ समय पर पहले का पढ़ा हुआ फिर से पढता है।

जिससे वह पहले पढ़े हुए को याद रख सके। समय के साथ पढ़ा हुआ भुलाने लगता है। इसलिए पढ़ा हुआ फिर पढ़ना जरुरी होता है। यह आदत आपको भी बना लेना चाहिए।

स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना

टॉपर छात्र जितना अपनी पढ़ाई पर ध्यान देते है और मेहनत करते है। उतना ही टॉपर छात्र अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देते है और मेहनत करते है।

टॉपर छात्र अपनी स्वास्थ्य को हमेशा अच्छा रखने की कोशिश करता है। स्वास्थ्य ही सब कुछ है। इस बात को हर छात्र को अच्छे से याद रखना चाहिए और इस आदत को जल्द सीख लेना चाहिए।

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अच्छी सहायता लेना

सहायता लेना जितना जरुरी होता है उससे ज्यादा जरुरी होता है एक अच्छा सहायता लेना। एक ज्ञानी और अच्छे व्यक्ति से सहायता लेना पढ़ाई में काफी मदद कर सकता है।

वही एक कम पढ़े लिखे व्यक्ति से सहायता लेना बुरा भी साबित हो सकता है। इसलिए टॉपर छात्र अच्छी सहायता लेने की आदत रखते है।

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अपने हर सवाल का जवाब जानना

टॉपर छात्र अपने हर तरह के सवाल का जवाब जानने की कोशिश करते है। वह सवाल चाहे जितना छोटा हो या फिर जितना बड़ा हो।

टॉपर छात्र अपने हर सवाल को जान लेता है और फिर परीक्षा में उसे कोई परेशानी नहीं होती है।

दूसरे शब्दों में टॉपर छात्र कोई भी शर्म नहीं करते है। उनके लिए जो अच्छा होता है, वह बस कर लेते है।

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खुद पर विश्वास बनाए रखना

टॉपर छात्र हमेशा और हमेशा खुद पर विश्वास बनाए रखते है। वह विश्वास रखते है कि वह जरूर ही अच्छे अंक को अपने रिजल्ट में हासिल करेंगे। यह विश्वास ही उन्हें हमेशा आगे बढ़ाता रहता है।

बिना खुद के विश्वास के कुछ भी हासिल नहीं किया जा सकता है। भले ही दूसरे आप पर विश्वास करे या न करे।

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। आप खुद पर कितना विश्वास रखते है, यह बहुत ही मायने करता है।

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अंत में

यहाँ पर हमने टॉपर छात्र की आदत को जाना। यह आदत हमें भी एक अच्छा छात्र बनने में बहुत ही मदद करेगा। टॉपर छात्र की आदत हमें बस टॉपर बनने के लिए ही नहीं जानना और सीखना चाहिए। हमें खुद को एक अच्छा छात्र बनाने के लिए भी यह सब कुछ सीखना चाहिए।

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