छात्रों के बुरी आदत हिंदी में | Students Bad Habits in Hindi

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छात्र जीवन हर एक व्यक्ति के लिए बहुत ही ज्यादा मायने रखता है। छात्र जीवन ही तय कर देता है कि कौन सा व्यक्ति अपने जीवन में कितना सफल हो सकता है।

छात्र जीवन में बस ज्ञान लेना ही सब कुछ नहीं होता है। छात्र जीवन में आने वाली जिंदगी को जीने के लिए तैयार किया जाता है। जो भी छात्र अपने छात्र जीवन में सही तरीके आदते को अपना ले वह अपने जीवन में सफल हो सकता है।

लेकिन छात्र जीवन में ऐसी बहुत से बुरी आदत होती है जो की कभी किसी छात्र को अपने जीवन में नहीं रखना चाहिए। बुरी आदत छात्र को उसके मुख्य लक्ष्य से ध्यान को हटा देती है। आमतौर पर हर छात्र का मुख्य काम पढ़ाई करना होता हैं।

छात्र के बुरी आदत का कारण कुछ भी हो सकता है लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी बुरी आदत को जाना और छोड़ना होता है। जब तक बुरी आदत को नहीं जाना जा सकता है तब तक बुरी आदत या बुरी लत को सही नहीं किया जा सकता है।

छात्र के बुरी आदत को जानना काफी आसानी तो नहीं होता है लेकिन छात्र अपने बुरी आदत को जान भी सकता है।

छात्र के बुरी आदत

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चलिए छात्र के बुरी आदत को जानते है। अगर यह बुरी आदत किसी छात्र के आदत में है तो उस छात्र को इस बुरी आदत को जल्द से जल्द छोड़ा देना चाहिए।

रोज पढ़ाई ना करना

हर छात्र के लिए रोज पढ़ाई करना बहुत ही ज्यादा जरुरी होता है। एक दिन में कभी पूरा पढ़ाई नहीं क्या जा सकता है। लेकिन बहुत छात्र की आदत में रोज पढ़ाई ना करना।

अंत में यह बुरी आदत छात्र के लिए हानिकारक बन जाता है। जब छात्र के परीक्षा का समय आता है तब छात्र के लिए परीक्षा देना बहुत ही मुश्किल बन जाता है।

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भावना को अपने नियंत्रण में ना रखना

छात्र जीवन में ऐसे बहुत से समय आते है जब छात्र भावना से भर जाता है। छात्र अपने भावना में बह जाते हैं। जैसे पढ़ाई करते समय किसी और काम को करने का भावना।

दूसरा उदाहरण, अपने टीचर के बात का बुरा मान लेना। ऐसे ही बहुत से भावना होता है जिसमे छात्र बह जाते है। यहाँ आदत एक बुरी आदत ही होती है।

अपने अध्यापक, माता-पिता का बात ना मानना

छात्र जीवन में एक छात्र को वह भी चीज भी अच्छा लग सकता है, जो उसके लिए बुरा हो। लेकिन जो उसके अध्यापक और माता-पिता उसे बताये वह उस छात्र के लिए ज्यादा जरुरी होता है।

छात्र जीवन में कोई भी छात्र पुरे दुनिया को अभी तक नहीं देखा होता है। छात्र को अभी इस दुनिया का सही ज्ञान नहीं होता है।

इसलिए काफी बार एक छात्र का सोच, फैसला गलत हो सकता है। इसलिए छात्र को अपने अध्यापक और माता-पिता की बात को मानना चाहिए।

लेकिन छात्र की बुरी आदत होती है कि वह अपने अध्यापक और माता-पिता के बात नहीं मानते है।

तेज आवाज में गाने को सुनना

गाना सुनना बुरी आदत नहीं होती है। लेकिन तेज आवाज में गाने को सुनना नुकसानदायक होता है। खास तौर पर अभी के छात्र के यह बुरी आदत होती है।

तेज आवाज में गाना सुनने के कारण कान की सुनने का छमता कम हो जाती है। इसके साथ ही तेज आवाज दिमाग को भी नुकसान पहुँचता है। तेज आवाज दिमाग के नर्वस सिस्टम के संपर्क को ख़राब करता है।

करीब से किताब को पढ़ना

किताब को पढ़ने पर ही ज्ञान को हासिल किया जा सकता है। जितना ज्यादा किताब को पढ़ा जाए उतना ही छात्र के लिए अच्छा होता है।

लेकिन बुरी आदत होती है किताब को पास या करीब से पढ़ना। किताब को पढ़ने से आँख पर बहुत दबाव पड़ता है। जिसके कारण आँख कमजोर हो जाता है।

फिर देखने में परेशानी का जन्म होता है। इसलिए छात्र को चाहिए कि वह किताब को पास से ना पढ़ा। अपने आँख से किताब को करीब आधा मीटर दूर रखे।

प्रेम के भावना में पड़ना

प्रेम एक भावना होता है। प्रेम किसी चीज या व्यक्ति से क्या जा सकता है। लेकिन छात्र जीवन में इस प्रेम को करना बुरा होता है जो प्रेम छात्र जीवन में नहीं कारना चाहिए।

प्रेम करना छात्र के लिए बुरी आदत का हिस्सा होता है। छात्र को प्रेम से बिल्कुल बच कर रहना चाहिए।

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ज्यादातर समय टीवी को देखना

टीवी देखना जितना बुरी आदत एक छात्र के लिए हो सकता है उतना बुरी आदत कोई और नहीं हो सकता है। टीवी देखते समय दिमाग में किसी तरह की गतिविधि नहीं होती है।

ज्यादा समय तक टीवी देखने से दिमाग धीरे-धीरे अपने असली शक्ति को खोने लगता है। इसके कारण फिर पढ़ाई करने में मुश्किल होता है। टीवी ज्यादा समय तक देखना छात्र के लिए बुरी आदत है।

भविष्य का ज्यादा सपने देखना

भविष्य को अच्छा करना सभी के लिए जरूरी होता है। लेकिन एक छात्र की बुरी आदत बस भविष्य के बारे में सोचना या फिर बस भविष्य के सपने देखना हो सकता है।

बस भविष्य के सपने देखने से ही उस को हासिल नहीं किया जा सकता है। उसके लिए आज मेहनत करना जरुरी होता है। बस भविष्य के बारे में सोचने पर आने वाला भविष्य बुरा हो सकता है।

वर्तमान में ना जीना

वर्तमान सभी के लिए काफी जरूरी होता है। जो भी इस वर्तमान में नहीं जी सकता है। वह कभी सफल नहीं हो सकता है। छात्र के लिए वर्तमान में ना जीना बुरी आदत है।

वर्तमान में ही पढ़ाई कर के अपने कल को सुधारा जा सकता है। इसलिए हर एक छात्र को अपने वर्तमान में जीना चाहिए।

अपने जरूरी काम को टालना

हर एक व्यक्ति या छात्र के लिए जो भी समय है बस वह आज का समय है। कभी भी कल नहीं आता है। कोई भी छात्र जितना कुछ भी पढ़ सकता है। बस आज ही पढ़ सकता है।

एक छात्र के लिए बुरी आदत हो सकती है कि अपने जरूरी काम को कल पर टालना। ऐसा कर के छात्र अपने भविष्य को ख़राब करते है। अगले दिन फिर से अपने जरूरी काम को कल पर टाल देना।

स्वास्थ्य का सही से ध्यान ना रखना

स्वास्थ्य अनमोल होता है। स्वास्थ्य का किसी भी धन से तुलना नहीं किया जा सकता है। कुछ छात्र की बुरी आदत होती है कि वह अपने स्वास्थ्य का सही तरीके से ख्याल नहीं रखते है।

वह ऐसी गतिविधि को करते है जो उनके स्वास्थ्य लिए नुकसान का कारण बन जाए। जैसे जंक फ़ूड को खाना।

पढ़ाई के लिए सही समय का चयन ना करना

छात्र के लिए बुरी आदत हो सकती है अपने पढ़ाई के लिए सही समय का चयन ना करना। जैसे भोजन का समय होता है।

इसके साथ ही अन्य काम का सही समय होता है, वैसे ही पढ़ाई का भी समय होना चाहिए। ऐसा समय जब छात्र का मन पढ़ाई करने को करे।

बुरे व्यक्ति से दोस्ती करना

छात्र जीवन में अच्छे और बुरे दोनों तरह के व्यक्ति और दोस्त मिलते है। अब छात्र के लिए जरूरी होता है कि वह अच्छे व्यक्ति को अपना दोस्त बनाये। छात्र के लिए बुरी आदत हो सकती है कि वह बुरे आदत या बुरे व्यक्ति से दोस्ती करे।

अगर किसी छात्र को किसी बुरे व्यक्ति से दोस्ती हो जाए तो समय रहते ही उस दोस्ती को ख़त्म कर देना चाहिए। एक बुरा आदमी खुद तो बुरा होता ही है, साथ ही दूसरे को भी बुरा बना देता है।

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खुद को कमजोर छात्र समझाना

अगर कोई बहुत ही तेज और अच्छा छात्र भी यह मान ले कि वह बुरा और पढ़ाई में कमजोर छात्र है। तो समय के साथ वह अच्छा और तेज छात्र भी बुरा और पढ़ाई में कमजोर हो जाएगा।

एक छात्र का सोचना कि वह पढ़ाई में कमजोर है एक बुरी आदत ही है।

अगर कोई छात्र पढ़ाई में कमजोर हो तो उसे कड़ी मेहनत करके पढ़ाई में तेज बनान चाहिए। बस यह नहीं सोचन चाहिए कि मैं तो पढ़ाई में कमजोर हूँ।

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नकारात्मक सोच वाले व्यक्ति के साथ रहना

हम जैसी सोच वाले व्यक्ति के साथ रहते है वैसा ही असर हमारे सोच पर पड़ता है। एक रिसर्च में साबित किया गया है। छात्र का नकारात्मक सोच वाले के साथ रहना बुरी आदत होती है।

नकारात्मक सोच वाले व्यक्ति के कारण छात्र का आने वाला जीवन नकारात्मक से भर जाता है। छात्र को बस हर स्थान पर नकारात्मक ही नजर आता है।

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