गन्ना की खेती (ganna ki kheti). चीनी की जो हर मीठी चीज की जान होता है। चाहे कोई मिठाई हो, चॉकटे हो, और कुछ और मीठा बनाया हुआ। बस जो कुदरत से मीठा चीज़ मिलता है उसे छोड़ कर, जैसे कि मीठा फल। चीनी आता है गन्ना की खेती(ganna ki kheti) से। गन्ना एक ऐसा जरिया होता है जिससे काफी मात्रा में चीनी मिलता है।
गन्ना के अलावा भी काफी चीज़ो से चीनी को बनाया जा सकता है पर वह काफी महंगा होता है। गुड़ भी गन्ना से ही बनाया जाता है।
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गन्ना से चीनी कैसे बनता है?
गन्ना से चीनी बनाने के लिए सबसे पहले गन्ना को खेत (ganna ko khet) से कटा जाता है उसके बाद गन्ना के ऊपर होने वाले पत्ते को हटाया जाता है। जब गन्ना पत्तो साफ हो जाता है तो उसे गन्ना पीसने वाली मशीन में पीस कर गन्ने का रस निकाला जाता है।
इस गन्ना के रस को बड़ी कढ़ाई में पकाया जाता है। जब रस पक कर गुड़ बनाने के लिए तैयार हो जाता है तो उसे कुछ ठंडा करके उसे गोल आकर दिया जाता है।
जब गुड़ बन जाता है तो उसके बाद उसे काफी किसान चीनी बनाने के लिए बेच देते है। काफी कंपनी इस गुड़ को ले जाकर अपनी कंपनी में चीनी बनाकर बाजार में उतारते है।
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गन्ना की खेती कैसे करे? ganna ki kheti kaise kare

भारत में काफी किसान और अन्य लोग गन्ने की खेती के बारे में जानते है। हम आपको वह सब जरुरी तरीके बताएगे जिससे गन्ने की खेती होती है।
एक अच्छा गन्ना का नस्ल चुने
गन्ने के भी काफी प्रजातियां आती है। कुछ गन्ने ऐसे होते है जिसमे काफी रस मिलता है इसके साथ ही साथ काफी गन्नो में कम रस मिलता है।
कुछ गन्ने काफी बड़े तो कुछ छोटे होते है। तो आप सबसे पहले तैय कर ले कि आपको किस प्रकार के गन्ने की खेती करना चाहते है। पहले ही नहीं तैय करेंगे तो आपको आगे चल कर घटा हो सकता है।
मिट्टी जिसमें गन्ना की खेती होती है
वैसे तो गन्ना की खेती (ganna ki kheti) काफी तरह के मिट्टी में होती है पर सबसे अच्छी मिट्टी वह होती है जो पानी को अपने अंदर रोक कर रख सके। इसके साथ ही साथ अगर खेती किसी नदी के आसपास हो या जहा अच्छा खासा पानी का स्रोत हो तो गन्ने की खेती काफी अच्छी होगी।
खेत को तैयार करें
गन्ने की बुआई करने से पहले खेती की जुताई के साथ ही साथ उसमे पानी भी देना होता है। खेत में पानी के बाद कुछ खाद भी डालना काफी जरुरी होता है।
इसके अलावा खेत में मेड़ भी बना भी होता है। यह मेड़ गन्ने के पौधे को ज्यादा पानी से बचता है। गन्ने की रोपाई से पहले खेत की जुताई 45 सेंटीमीटर गहराई तक करें।
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सिंचाई करे
गन्ना की सिंचाई का समय बरसात होता है। वर्षा के अनुसार गन्ने की बोआई की जाती है। वर्षा के शुरू में यानि करीब 10 से 15 दिन तक वर्षा के बाद की जाती है।
कटाई का समय
ज्यादातर समय दिसंबर से जनवरी के बीच में शुरू होता है। यह वह समय होता है जब गन्ना पूरी तरह कटाने को तैयार हो जाता है।
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