Old Pension Scheme:- देश मे जब से पुरानी पेंशन को बन्द किया है तब से देश मे चुनाव का मौसम आते ही Old Pension Scheme का मामला गर्माने लगता है। कुछ राज्यों द्वारा अपनायी गयी इस योजना को रिजर्व बैंक ने वापस लेने की बात कही है। उनका मानना है कि ओल्ड पेंशन योजना उनको राजकोष के लिए एक बड़ा वित्तीय जोखिम खड़ा कर सकती है। हाल ही मे पंजाब राज्य मे आम आदमी पार्टी ने वादा किया है। पहली भी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी हर विधान सभा चुनाव मे Old Pension Scheme को फिर से लागू करने का वादा कर रही है।
इस OPS को छत्तीसगढ़ और राजस्थान सरकार द्वारा एक बार फिर से लागू कर दिया है। और अब पंजाब मे आम आदमी की सरकार इस स्कीम को लागू करने की तैयारी मे है। गुजरात चुनाव मे भी आप और कांग्रेस पार्टी ने पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने का वादा किया था। तमाम राजनैतिक पार्टियां चुनाव का समय करीब आने पर इस योजना को चुनावी मुद्दा बनाकर अपना उल्लू सीधा करना चाहती है। जिसके बाद यह मामला एक बार फिर से तूल पकड़ जाता है। प्रिय मित्रो आज हम आपको इस लेख के माध्यम से ओल्ड पेंशन स्कीम से सम्बन्धित सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएगें। आप इस लेख को अन्त तक अवश्य पढ़े।

Old Pension Scheme 2023
देश मे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम को 1 अप्रेल 2024 को समाप्त कर दिया था है। Old Pension Scheme के अन्तर्गत सरकारी कर्मचारियो को को रिटायरमेंट के समय अन्तिंम वेतन की आधी राशी मासिक पेंशन के रूप मे दी जाती थी। क्योंकि पेंशन की पूरी राशी का भुगतान सरकार द्वारा की किया जाता था। रिटायरमेंट के समय पेंशन कर्मचारी के आखिरी वेतन राशी और मंहगाई के आकड़ो के मुताबिक तय की जाती है। कर्मचारियों को पुरानी पेंशन के लिए पैसा नही काटा जाता है। सरकारी कर्मचारियो को दी जाने वाली पेंशन राशी का भुगतान इस स्कीम के तहत सरकार की ट्रेजरी के माध्यम से होता है।
इसके साथ ही कर्मचारियो को Old Pension Scheme मे 20 लाख रूपेय तक की ग्रेजुएटी की रकम दी जाती थी। रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी की मृत्यु हो जाने पर उनके परिजनो को पेंशन की पूरी रकम देने का प्रावधान था। हर महीने बाद पुरानी पेंशन स्कीम में कर्मचारीयों को डीए दिए जाने का भी प्रावधान था। और जब जब सरकार द्वारा वेतन आयोग लगता है। इसी के साथ पेंशन भी अपडेट की जाती है। अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम को समाप्त कर इसकी जगह राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) शुरू कर दी है। जब से नई पेंशन योजना चल रही है।
ओल्ड पेंशन स्कीम 2023 के बारे मे जानकारी
आर्टिकल | Old Pension Scheme |
वर्ष | 2023 |
लाभार्थी | देश के सभी सरकारी कर्मचारी। |
लाभ | कर्मचारियों के रिटायरमेंट के बाद सैलरी की आधी राशी पेंशन के रूप मे दी जाती है। |
उद्देश्य | रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों को आर्थिक सहायता प्रदान कर सम्मानपूर्वक जीवन यापन करने हेतु सहयोग प्रदान करना। |
नई पेंशन स्कीम मे क्या है ख़ास
NPS के अन्तर्गत कर्मचारियों के वेतन से 10% की कटोती की जाती है। जबकि OPS मे वेतन राशी मे कोई कटौती नही होती थी। ओल्ड पेंशन योजना मे कर्मचारियो को जीपीएफ की सुविधा उपलब्ध थी। नई पेंशन स्कीम मे इस प्रकार की कोई सुविधा नही दी गई है। Old Pension Scheme मे कर्मचारियो के रिटायरमेंट के समय की अन्तिंम सैलरी की आधी राशी पेंशन के रूप मे मिलती थी। हालाकिं आपको कितनी पेंशन मिलेगी। इसकी कोई गांरटी नई पेंशन योजना मे नही है। दोनों पेंशन स्कीम विशेष अन्तर यह है कि ओल्ड पेंशन स्कीम एक सुरक्षित स्कीम है। क्योंकि इसका भुगतान सरकारी राजकोष से किया जाता है।
जबकि नई पेंशन स्कीम शेयर बाजार पर आधारित है। NPS मे आपके वैतन की की गई 10% की कटोती की रकम को शेयर बाजार मे लगाया जाता है। और उसका टैक्स भी देना होता है। हांलाकि OPS मे ऐसा कुछ नही था। यदि शेयर बाजार मे मंदी है। तो नई पेंशन योजना मे मिलने वाला पैसा वापस भी मिल सकता है। पुरानी पेंशन की अपेक्षा नई पेंशन स्कीम मे बहुत कम लाभ मिलता है।
Old Pension Scheme के लाभ एंव विशेषताएं
- Old Pension Scheme के अन्तर्गत रिटायरमेंट के समय कर्मचारियो को उनके वेतन की आधी राशी पेंशन के रूप मे दी जाती है।
- यदि रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी के मृत्यु हो जाती है। तो इस स्कीम के तहत कर्मचारियो के परिवार वालो को पेंशन की राशी दी जाती थी।
- पेंशन देने के लिए कर्मचारी के वेतन से किसी भी प्रकार की कटौती नही की जाती थी।
- ओल्ड पेंशन स्कीम मे रिटायमेंट के बाद कर्मचारियो को मेडिकल भत्ता और मेडिकल बिलो मे छुट की सुविधा भी दी जाती है।
- रिटायर्ड हुए कर्मचारियो को इस योजना मे 20 लाख रूपेय तक की ग्रेजुएटी की रकम दी जाती थी।
घातक साबित हो सकती है ओल्ड पेंशन योजना
एसबीआई के अर्थशास्त्रियो के मुताबिक जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार भविष्य मे Old Pension Scheme के चलते देश की अर्थव्यवस्था को जोखिम उठाना पड़ सकता था। अर्थशास्त्रियो की एक रिपोर्ट के अनुसार गरीब राज्य के केटेगरी मे आने वाले झारखंड, छत्तीसगढ़ व राजस्थान मे पेंशन योजना के तहत देनदारी वार्षिक 3 लाख करोड़ रूपेय अनुमानित थी। झारखंड राज्य के मामले मे यह 217 फीसदी, राजस्थान मे 190 फीसद और छत्तीसगढ़ मे 207 फीसद है। ओल्ड पेंशन योजना कर्ज से घिरे हुए राज्यो के लिए नई मुसीबत ला सकती है। जिस कारण आने वाली सरकारो को बड़ा वित्तीय बोझ झेलना पड़ सकता है।
FAQs
सभी सरकारी कर्मचारियों को रिटायरमेंट के समय के आखिरी वेतन की 50 प्रतिशत राशी होती है। जो पेंशन के रूप मे दी जाती है। यदि रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है। तो उनके परिजनो को यह राशी दी जाती है। इसका पूरा भुगतान सरकारी राजकोष से किया जाता था। Old Pension Scheme मे पेंशन देने के लिए कर्मचारियों के वेतन से किसी भी प्रकार की कटोती नही होती थी। जबकि नई पेंशन स्कीम मे कर्मचारियों के वेतन से 10% प्रतिशत की कटौती की जाती है।
पुरानी पेंशन स्कीम को दिसंबर 2003 मे वाजपेयी सरकार द्वारा समाप्त की गई है।
देश के SBI के अर्थशास्त्रियो के द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट के मुसाबिक यह पेंशन स्कीम देश की अर्थव्यवस्था को जोखिम मे डाल सकती थी। इस कारण ओल्ड पेंशन स्कीम को समाप्त करना पड़ा।
नई पेंशन स्कीम का लाभ ऐसे कर्मचारी प्राप्त कर सकेगें। जो 1 अप्रेल 2004 के बाद सरकारी नौकरी मे भर्ती हुए है।