comfort zone से बाहर कैसे निकले | how to leave comfort zone in Hindi

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आपने बहुत बार यह जरूर सुना होगा कि सफल होने और जिंदगी में कुछ बड़ा करने के लिए comfort zone से बाहर निकलना होगा। comfort zone से बाहर निकल करके ही कुछ बड़ा हासिल किया जा सकता है, यह बात बिलकुल ही सत्य है।

पर यह बहुत कम लोग ही आपको बता सकते है कि comfort zone क्या होता है और कैसे comfort zone से बाहर निकला जा सकता है।

अगर आपने भी काफी बार comfort zone के बारे में सुन रखा और अब आप comfort zone के फायदे, नुकसान के साथ ही comfort zone से बाहर निकलना चाहते है, तो यह पोस्ट आपको comfort zone से बाहर निकलने में काफी हद तक मदद कर सकती है।

तो चलिए इस पोस्ट की शुरुवात comfort zone क्या है से करते है।

comfort zone क्या है

comfort zone से बाहर आकर कुछ बड़ा हासिल करने के लिए आपको सबसे पहले जानना होगा कि comfort zone क्या है, जैसे कि इसके नाम से ही समझ आ रहा है कि comfort zone सुविधा क्षेत्र है।

एक ऐसा स्थिति जो किसी एक इंसान के लिए काफी आराम दायक हो। इस स्थिति में उसको कुछ भी नया और कठिन काम नहीं करना होता है। उसको बस जिन्दा रहने वाले जरुरी काम के साथ ऐसे काम को करना होता है, जो उसके लिए काफी आसान हो।

यह आसान काम हर किसी के लिए अलग-अलग हो सकता है, जैसे किसी के लिए रोज सुबह 9 बजे ऑफिस जाना और शाम को 5 बजे ऑफिस से आ जाना।

किसी के लिए सुबह से लेकर शाम तक अपने फ़ोन को चलना तो किसी के लिए एक वेबसाइट को बनाना बस जितने जानकारी उसको है, किसी के लिए एक्टिंग करना जितना उसको आता है आदि।

आसान भाषा में जब कोई इंसान बस एक ही काम को बार-बार करता है और वह काम उसको अच्छे से आता है पर कुछ नया न करना तो ऐसे इंसान को कहा जाता है कि वह comfort zone में है।

क्या comfort zone अच्छा है या बुरा

एक और सवाल जो आपको जरूर जान लेना चाहिए क्या comfort zone अच्छा है या बुरा? तो हम आपको बता दे कि comfort zone अच्छा और बुरा दोनों है।

comfort zone इंसान को जिन्दा रहने में काफी मदद करता है। comfort zone इंसान को एक ऐसे स्थिति में रखना चाहता है जहा उसको किसी प्रकार का कोई चिंता और परेशानी न हो।

पर जब कोई इंसान लंबे समय तक ऐसे स्थिति में रहता है जहा उसे किसी भी प्रकार की कोई चिंता और परेशानी न हो तो उस इंसान का विकास रुक जाता है। तब यही comfort zone बुरा बन जाता है।

Comfort zone को कैसे छोड़े

Comfort zone को कैसे छोड़े
Comfort zone को कैसे छोड़े

चलिए अब हम जान ले कि कोई भी comfort zone से बाहर कैसे निकले? वैसे तो comfort zone से बाहर निकले के लिए बहुत से उपाय मौजूद है। ऐसा बहुत बार होता है, जब हम उस उपाय को जीवन में अपना नहीं पाते है।

इसके पीछे मुख्य दो कारण होते है, एक उपाय का कठिन होना दूसरा हमारी इच्छा शक्ति का कमजोर होना।

पर यहाँ पर हम आपको जो भी उपाय बताने वाले है उसको आप बहुत ही आसानी से अपने जीवन में शामिल कर सकते है।

जीवन का लक्ष्य ढूंढे

आपको एक बात पर ध्यान देना चाहिए कि हमने आपको जीवन का लक्ष्य बनाने को नहीं कहा, हमने कहा कि जीवन का लक्ष्य ढूंढे।

अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा की सभी तो कहते है कि जीवन में लक्ष्य बना लो। तो हम आपको बता दे कि यदि आप खुद से लक्ष्य बना करके उस पर काम करेंगे तो आप कुछ दिन बाद उस लक्ष्य को छोड़ देंगे।

पर यदि जिस दिन आपको आपके जीवन का लक्ष्य मिल जाएगा, उस दिन आप अपने लक्ष्य को चाह करके भी नहीं भूल पाएगे। अब एक और सवाल कि जीवन का लक्ष्य कैसे ढूंढे?

इसके लिए आपको यह सोचना होगा कि आपको सबसे ज्यादा मजा किस काम को करने में आता है, इसके बाद आपको क्या बनाना है।

इन दोनों को जानने के बाद आपको बाहर की दुनिया को देखना होगा। यदि आप जो बनाना चाहते है अगर आप वह न बन सकते है तो आने वाले समय में आपको क्या करना हो सकता है। इसको आप बाहर की दुनिया में देख सकते है।

हम आपको बता दे कि जीवन का लक्ष्य कभी भी किसी भी पल मिल सकता है। जितने भी कामयाब लोग है उनको उनके जीवन का मुख्य लक्ष्य अचानक मिल है।

बस थोड़ा काम करें

अपने comfort zone से बाहर निकलने के लिए आप बस थोड़ा-सा ही काम करे। जैसे आपको रोज 5 घंटा काम करना होता है या 5 घंटे पढ़ाई करना होता है तो आप बस 1 या आधा घंटा की पढ़ाई करे। यदि आप पहले बिलकुल भी नहीं पढ़ते या काम करते थे तो।

कुछ दिन कम पढ़ाई करने के बाद आपका मन पढ़ाई में लग जाएगा तो आप खुद ही पहले से कुछ ज्यादा देर पढ़ना शुरू कर देंगे।

फिर जब आप 2 घंटा काम या पढ़ाई आराम से कर ले तो आप कुछ समय और काम करने की कोशिश कर। यदि पहले दिन आप 2 घंटे से ज्यादा नहीं पढ़ पाते है आप कोई जबरी और चिंता न करे।

आप जितना भी समय पढ़ाई कर रहे हो उससे आप खुश रहे और अपने आप को शबाशी दे।

ऐसा कुछ समय करने के बाद ही आपका मन पढ़ाई से लग जाएगा। जब एक बार आपका मन लग गया तो फिर आप बिना किसी चिंता के लम्बे समय तक काम कर सकते है।

मजेदार काम को करे

मजेदार को सुनते ही हर किसी के मन में अलग-अलग काम आ सकता है, किसी के मन में कोई खेल को खेलने का विचार आ सकता है, तो किसी को फिल्म देखने का तो किसी को अपने दोस्तों से बातें करने का तो किसी का कुछ और। हर किसी के लिए मजेदार काम अलग-अलग हो सकता है।

comfort zone से बाहर निकलने के लिए आपको जो भी काम करने में मजा आता है उसको तो करे ही पर इस काम के साथ आप अपने मुख्य काम में से जो मजेदार काम है उसको भी करे।

हमारा यहाँ मजेदार काम को कहने का मतलब साफ है कि आप अपने मुख्य काम में से जो काम आपको मजेदार लगता है उसको ही करे।

उदहारण के तौर पर अगर आप एक छात्र है तो हो सकता है कि आपको बहुत से विषय में से कुछ विषय अच्छा लगता होगा।

अपनी पढ़ाई के लिए comfort zone को छोड़ने के लिए आप उस विषय को अच्छे से पढ़ना शुरू कर दे, जिसको पढ़ने में आपको मजा आता है।

इसी तरह का काम कोई दूसरा नौकरी या बिज़नेस करने वाला भी कर सकता है।

खुद को चुनौती दे

खुद से comfort zone को छोड़ने के लिए आपको खुद को चुनौती देनी होगी। जब आपका competition खुद से होगा तो आपको अपने मुख्य काम को करने के लिए किसी बाहरी motivation की जरूरत नहीं होगी।

आपके अंदर ही एक ऐसा आग जलेगा जो आपको हमेशा काम करने और सफल होने के लिए मोटिवेशन देगा। अंत में आप खुद को comfort zone से बाहर पाएंगे।

खुद पर कभी गुस्सा न हो

ऐसा बहुत से लोगो के साथ देखने को मिलता है कि जो वह चाहते है अगर वह नहीं कर पाते है तो खुद पर ही गुस्सा होने लगते है। ऐसा करने से उन्हें लगता है कि अगली बार वह सफल हो सकते है।

हम आपको बता दे कि ऐसा करना बहुत ही गलत होता है, ऐसा करके आप खुद की शक्ति को बर्बाद नहीं करते है बल्कि खुद को बर्बाद करने के लिए खुद की शक्ति का इस्तेमाल करते है।

अब सवाल यह कि जब मन चाहा काम समय पर न कर पाए आलस आने के कारण तो क्या करे? ऐसे समय में आपको खुद को शांत करके सोचना चाहिए कि आलास के अलावा और क्या कारण था जिसके कारण आप असफल हुए।

हम दावे के साथ कह सकते है कि आप को आलास और comfort zone के अलावा बहुत कारण मिल जाएगा। अब आपको उस अन्य कारण को सही करने पर काम करना होगा।

बस जैसे ही आप अन्य कारण को सही करने के लिए काम करना शुरू करेंगे आप comfort zone और आलास को छोड़ चुके होंगे।

कभी भी comfort zone को छोड़ने के बारे में न सोचे

आखरी पर बहुत ही जरूरी चीज़ कि comfort zone से बाहर निकलने के लिए कभी भी comfort zone से बाहर निकलने का विचार न करें।

चलिए अब हम इसको और आसान भाषा में समझते है। यदि आप खुद को comfort zone में पा रहे है तो इसके पीछे कोई और कारण होगा। क्युकी comfort zone एक स्थिति है, जिसमे कोई किसी कारण से आ जाता है।

यह कारण सभी के लिए अलग-अलग हो सकता है। वही comfort zone से बाहर निकलने के बारे में सोचने से आप और ज्यादा खुद को comfort zone में रहने के लिए तैयार करते है।

क्युकी आपके सोचने के कारण आपकी शरीर की काफी शक्ति कम जो जाएगी, जिससे आप कुछ कार्य नहीं कर पाएगे। आप यह भी जरूर जानते होंगे कि सोचने से कुछ नहीं होता है।

comfort zone से बाहर निकलने के लिए आप बस कार्य करे। आपके लिए जो भी कार्य जरुरी हैं बस आप उस कार्य को करते रहने की कोशिश करे।

बस कार्य को करते रहने की कोशिश ही आपको comfort zone से बाहर निकाल सकती है।

अंत के शब्द

आज इस पोस्ट में हमने comfort zone को छोड़ने या comfort zone से बाहर निकल करके कुछ बड़ा हासिल करने के बारे में बताया है।

हमने जो भी तरीका comfort zone से बचने के लिए बताया, वह काफी आसान है और इस उपाय को जीवन में उतारना भी काफी आसान है।

इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको कैसे लगा आप हमे कमेंट करके बता सकते है।

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