National Education Policy 2023:- मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय ने हाल ही में नेशनल एजुकेशन पालिसी बदलाव किये है | डॉक्टर कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में नेशनल एजुकेशन पालिसी की शुरुआत की गयी है | केबिनेट के माध्यम से National Education Policy को सरकार द्वारा मंज़ूरी मिल चुकी है | आने वाले समय में शिक्षा को लेकर स्कूल और कॉलेजो में अन्य कई तरह के बदलाव नजर आएंगे | आज हम आपको New Education Policy से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकर देने जा रहे है | National Education Policy के लाभ, उद्देश्य तथा National Education Policy में होने वाले बदलाव किया होंगे अगर आप नई शिक्षा नीति से जुडी सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते है | तो हमारे आर्टिकल को अंत तक ज़रूर पढ़े |

National Education Policy 2023
किसी देश की उन्नति का आधार उस देश की शिक्षा नीति होती है। भारत में चाँतीस वर्ष बाद नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति घोषित हो गई है। नई शिक्षा नीति को 29 जुलाई 2020 को लागू किया गया जिसे कि 34 वर्षों के बाद लाया गया है समय के साथ साथ शिक्षा नीति में परिवर्तन भी आवश्यक होता है ताकि देश की तेजी से उन्नति हो सके पुरानी शिक्षा नीति में बदलाव कर आने वाली पीढ़ियों को मानसिक और बौद्धिक स्तर पर और अधिक प्रबल करना है जिससे कि हमारा देश तेजी से तरक्की कर सके क्योंकि कहा जाता है कि शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार होता है जिससे आप दुनिया को बदल सकते हैं |
राष्ट्रीय शिक्षा नीति में वर्ष 5-3-3-4 के तहत शैक्षिक ढाँचे तथा पाठ्यक्रम को बाँटा गया है। नई शिक्षा नीति का पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति में 10+2 के पाठ्यक्रम को समाप्त करके अब 5+ 3+ 3+ 4 मॉडल तैयार किया गया है जिसमें पहले 5 साल के अध्ययन को फाउंडेशन स्टेज के रूप में माना जाता है इसके साथ ही अब हमें कक्षा 9वी में ही विषय का चयन करने का विकल्प भी दिया जाएगा |
New Education Policy 2023 Key Highlights
योजना का नाम | National Education Policy 2023 |
आरम्भ की गई | शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल |
लाभार्थी | भारत के नागरिक |
उद्देश्य | बच्चे को कुशल बनाना |
साल | 2023 |
विभाग | शिक्षा विभाग, भारत सरकार |
आवेदन प्रक्रिया | Online |
आधिकारिक वेबसाइट | https://www.education.gov.in/ |
New Education Policy का उद्देश्य
नई शिक्षा निति का मुख्य उद्देश्य एक बच्चे को कुशल बनाने के साथ-साथ, जिस भी क्षेत्र में वह रुचि रखता हैं, उसी क्षेत्र में उन्हें प्रशिक्षित करना है | नई शिक्षा नीति में शिक्षक की शिक्षा और प्रशिक्षण प्रक्रियाओं के सुधार पर भी जोर दिया गया है |
नेशनल एजुकेशन पालिसी में बदलाव
पूर्व प्राथमिक वर्ग – इसमें तीन वर्ष से आठ वर्ष तक के बच्चे शामिल होंगे, जिन्हें बुनियादी शिक्षा दी जाएगी। नर्सरी, के. जी. तथा यू के. जी. में ऐसा पाठ्यक्रम रहेगा कि बच्चे खेल-खेल में पढ़ना सीख जाएँ। इसके बाद कक्षा एक और कक्षा दो की पढ़ाई कराई जाएगी।
प्राथमिक वर्ग – इस वर्ग में आठ से ग्यारह वर्ष के बालक तीसरी, चौथी तथा पाँचवीं की पढ़ाई करेंगे। इसमें प्रयोगों के द्वारा गणित, विज्ञान और कला की शिक्षा दी जाएगी।
माध्यमिक वर्ग – इसमें ग्यारह से चौदह वर्ष के बालक छठी, सातवीं तथा आठवीं कक्षाओं में अध्ययन के साथ ही कौशल विकास तथा स्थानीय दस्तकला का ज्ञान प्राप्त करेंगे।
सेकण्डरी वर्ग – इसमें कक्षा नौ से बारहवीं तक की पढ़ाई कराई जाएगी जिसमें विद्यार्थियों को अपनी इच्छा के अनुसार विषय चुनने की आजादी होगी। रटने से बचकर ज्ञान प्राप्ति पर बल दिया जाएगा। विद्यार्थी को बहुविषयक जानकारी दी जाएगी।
उच्च शिक्षा – स्नातक स्तर चार वर्ष का होगा। तकनीकी शिक्षण के साथ कला तथा मानविकी की पढ़ाई भी कर सकेंगे। चिकित्सा, इंजीनियरिंग, विधि की शिक्षा आवश्यकताओं के अनुरूप व्यवस्थित ढंग से दी जाएगी। तीन वर्ष के बाद भी डिग्री दे दी जाएगी। शोध आदि को आवश्यकताओं के अनुसार बढ़ावा दिया जाएगा
नई शिक्षा नीति का बच्चो पर प्रभाव
नई नीति के बाद ग्यारवी और बारहवीं के पाठ्यक्रम में स्ट्रीम सिस्टम खत्म हो जाएगा। अब बच्चे अपने मनपसंद के अनुसार कोई भी विषय का चयन कर सकते हैं। जैसे यदि कोई साइंस स्ट्रीम का विद्यार्थी हैं और वह आर्ट स्ट्रीम के किसी विषय को पढ़ने की रूचि राखता है तो वह उसे भी पढ़ सकता है।
इससे यह फायदा होगा कि कोई भी बालक जिस विषय में उसको रूचि है, उस विषय में वह स्कूली शिक्षा के दौरान ही बेहतर बनने की तैयारी कर सकता है। अब बोर्ड की परीक्षाओं के तरीके भी काफी बदल जाएंगे। बोर्ड का परीक्षा बच्चों के लिए बोझ नहीं रहेगा, बच्चे अपने मनपसंद भाषा में बोर्ड का परीक्षा दे पाएंगे।
नेशनल एजुकेशन पालिसी के लाभ
- पढ़ाई में संस्कृत और भारत की अन्य प्राचीन भाषाएं पढ़ने का विकल्प रखा जाएगा। छात्र अगर चाहे तो यह भाषाएं पढ़ सकते हैं।
- साल में दो बार छात्रों के ऊपर से बोझ कम करने के लिए बोर्ड परीक्षाएं ली जाए।
- पढ़ाई को आसान बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल भी किया जाएगा।
- एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज को मैन सिलेबस में रखा जाएगा।
- छात्रों को 3 भाषा सिखाई जाएंगी जो कि राज्य अपने स्तर पर निर्धारित करेंगे।
National Education Policy 2023 की आवेदन प्रक्रिया
- सबसे आपको इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा जिसका लिंक हमने ऊपर दे रखा है |
- इस नए होम पेज पर आपको रजिस्ट्रेशन के विकल्प पर क्लिक करना है |
- रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज खुल जायेगा |
- इस पेज पर आपको अपनी जानकारी दर्ज करनी होगी जैसे – नाम ,जेंडर ,जन्म तिथि , मोबाइल नंबर , e-mail ID आदि |
- अब आपको रजिस्टर के विकल्प पर क्लिक करना होगा। रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करते ही आपका रजिस्ट्रेशन पूरा हो जायेगा |
- यह सब करने के बाद आपको होम पेज पर जाना होगा |
- होम पेज पर जाने के बाद आपको login के विकल्प पर क्लिक करना होगा |
- अब आपके सामने एक नया पेज खुल जायेगा जिसमे आपको अपना यूजरनाम , पासवर्ड और कैप्चा कोड दर्ज करना है |
- अब आपको लॉगिन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आप MYNEP2020 प्लेटफार्म पर लॉगिन कर पाएंगे।