PM Kisan FPO Yojana:- देश मे किसानो की आय को दौगुनी करने के उद्देश्य से एक योजना की शुरूआत की है। जिसका नाम पीएम किसान पीएफओ योजना है |किसानो स्थिति सुधारने के लिए सरकार की ओर से निरन्तर प्रयास जारी है। ताकि उन किसानो का कल्याण हो सके। केन्द्र सरकार कृषि व किसानो को आगे बढ़ाने के लिए आगले पांच सालो मे 5000 करोड़ रूपेय खर्च करने का लक्ष्य रखा है| PM Kisan FPO Yojana 2023 की शुरूआत माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से कर दी है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से पीएम किसान पीएफओ योजन 2023 से सम्बन्धित पूरी जानकारी उपलब्ध कराएगें| आप इस आर्टिकल को ध्यानपूर्वक अन्त तक अवश्य पढ़े।

PM Kisan FPO Yojana 2023
केन्द्र सरकार ने पीएम किसान पीएफओ योजना 2023 की शुरूआत की गई है। जिसके अन्तर्गत पीएफओ का गठन किया जाएगा। जिसका पूरा नाम किसान उत्पादक संगठन है इसके माध्यम से सरकार किसाने के लिए बड़े पैमाने पर कृषि अर्थव्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए 2023-24 तक पांच साल मे 10,000 पीएफओ केन्द्र बनाएगी। सभी किसान उपज संगठनो एफपीओ का उद्देश्य छोटे एंव लघु किसानो को मंच प्रदान करना है। इसके माध्यम से किसान सामूहिक रूप से अपनी चुनौतियो से निबटने मे सक्षम होगें सरकार किसानो की आय को दोगुनी करने के लिए लगातार प्रयासरत् है इसीलिए केन्द्र सरकार ने PM Kisan FPO Yojana 2023 को कृषि को उद्योग स्तर पर लाने के लिए शुरू किया है जिसमे किसानो को नया कृषि उद्योग शुरू करने के लिए 15 लाख रूपेय मुहैया कराएगी इसके लिए किसानो को एक संगठन तैयार करना है।
अगर संगठन मैदानी क्षेत्र मे कार्य करता है तो उसमे कम से कम 300 किसान जुड़े होने चाहिए यही संगठन पहाड़ी क्षेत्रो मे कार्य करता है। तो 100 किसान इसमे जुड़े होने चाहिए। तभी वह इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते है। जिसमे उन किसानो को उपनी उपज के लिए बाजार मिलेगा इसके अलावा उनको खाद, बीज, दवाई और कृषि उपकरण जैसे जरूरी सामान खरीदना आसान होगा किसानो को दलालो से मुक्ति मिलेगी एफपीओ के माध्यम से किसानो को अपनी फसल के लिए अच्छी कीमत मिलेगी।
कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
पीएम किसान एफपीओ योजना 2023 के बारे मे जानकारी
योजना का नाम | PM Kisan FPO Yojana 2023 |
आरम्भ की गई | प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा |
लॉन्च तिथि | 9 फरवरी 2020 |
वर्तमान वर्ष | 2023 |
लाभार्थी | देश के किसान संगठित किसान। |
उद्देश्य | किसानो की आय दौगुनी करना। |
लाभ | किसान संगठनो को वित्तीय सहायता देना। |
वित्तीय राशी | 15 लाख रूपेय। |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन। |
आधिकारिक वेबसाइट | https://enam.gov.in/web/ |
Kisan FPO Yojana क्या है
एफपीओ एक किसान उत्पादक संगठन होता है जो किसानो के लिए कार्यरत् होता है और कंम्पनी एक्ट के तहत रजिस्ट्रर्ड होता है पीएम किसान पीएफओ योजना 2023 के माध्यम से किसान संगठनो को पन्द्रह पन्द्रह लाख रूपेय की वित्तीय सहायता सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी अब किसानो को भी खेती मे कारोबार की तरह लाभ प्राप्त होगा। PM Kisan FPO Yojana 2023 के अन्तर्गत किसान संगठनो को वह सभी लाभ प्रदान किए जाएगें जो एक कम्पनी को प्रदान किए जाते है इसमे दी जाने वाली राशी तीन सालो मे दी जाएगी देश मे दस हजार नए किसानो का संगठन बनाया जाएगा
पीएम किसान FPO योजना का उद्देश्य
केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम किसान एफपीओ योजना 2023 का प्रमुख उद्देश्य किसानो की आय मे वृद्धि करना है इस योजना के जरिए किसान उत्पादक संगठनो को केन्द्र सरकार 15 15 लाख रूपेय की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी PM Kisan FPO Yojana 2023 का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाना है जिससे किसानो की आय मे वृद्धि होगी किसानो को ज्यादा से ज्यादा लाभ होगा किसानो को उसी तरह कृषि से लाभ प्राप्त होगा जिस तरह कारोबार मे लाभ होता है|
किसानो को नही देना होगा ज्यादा ब्याज शुल्क
इस योजना के अन्तर्गत केन्द्र सरकार द्वारा दिए गये धन पर कोई भारी ब्याज शुल्क नही वसूला जाएगा इस किसान समूह को कंम्पनी अधिनियम के अन्तर्गत रजिस्टर करवाना होगा इसके बाद एफपीओ एक कम्पनी को तौर पर कार्य करता है FPO को वह सभी सुविधाएं प्रदान की जाएगी जो एक कंम्पनी को दी जाती है।
PM Kisan FPO Yojana के लाभ एंव विशेषताएं
- PM Kisan FPO Yojana 2023 कोदेश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा आरम्भ की गई है
- इस योजना का लाभ देश के किसानो को प्रदान किया जाएगा।
- देश के किसान उत्पादक संगठनो को केन्द्र सरकार द्वारा 15 लाख रूपेय की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी जो प्रत्येक तीन वर्षो मे दी जाएगी।
- केन्द्रीय कृषि कैलाश चौधरी ने बताया कि मोदी सरकार देश मे 10,000 नए किसान उत्पादन संगठन बनाने की तैयारी कर रही है।
- पीएम किसान एफपीओ योजना 2023 के अन्तर्गत यदि किसान संगठन मैदानी क्षेत्र मे काम करता है तो उसमे कम से कम 300 किसान जुड़े होने चाहिए।
- यदि यही किसान संगठन पर्वतीय क्षेत्रो मे काम करता है। तो उसमे कम से कम 100 किसानो को जुड़ा होना चाहिए तभी वह इस योजना का लाभ उठा सकते है।
- किसानो के लिए बीज, दवाई, खाद और कृषि उपकरण जैसा जरूरी सामान खरीदना आसान होगा इसके लिए सरकार उनको बाजार उपलब्ध कराएगी।
- वर्श 2024 तक PM Kisan FPO Yojana पर 6865 करोड़ रूपेय खर्च होगे केन्द्र सरकार प्रत्येक एफपीओ किसानो को पांच साल के लिए सरकारी समर्थन दिया जाएगा।
- सरकार संगठन के कार्य को देखने के बाद 15 लाख रूपेय की सहायता राशी देगी इसकी पूरी राशी तीन वर्षो मे प्राप्त होगी और वह सभी लाभ प्राप्त होगें जो एक कम्पनी को दिये जाते है।
- इस योजना में छोटे और सीमान्त किसानो के समूह बनेगें जिससे उनहें लाभ होगा और देश के किसानो को दी जाने वाली राशी नगद दी जाएगी।
- पीएम किसान एफपीओ योजना 2023 मे लगभग 30 लाख किसान लाभान्वित होगें।
- अब किसान खेती मे भी उद्योग के बराबर लाभ प्राप्त कर सकेगें।
- देश मे कृषि क्षेत्र मे विस्तार होगा और देश के छोटे किसानो के आर्थिक हालात बेहतर होगें।
Kisan FPO Yojana के लिए योग्यताएं
- आवेदन किसान होना चाहिए।
- भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- मैदानी क्षेत्र मे 300 सदस्य का एफपीओ समूह होना चाहिए।
- पर्वतीय क्षेत्र मे 100 सदस्यो का होना ज़रूरी है।
- कृषक के पास स्वंय की कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए और समूह का हिस्सा होना चाहिए।
किसान FPO योजना के लिए जरूरी दस्तावेज़
- आवेदक का आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- जमीन के दस्तावेज़
- राशन कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साईज़ फोटो
- बैंक खाता विवरण
- मोबाइल नम्बर
PM Kisan FPO Yojana 2023 के तहत आवेदन प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको राष्ट्रीय कृषि बाजार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।

- आपके सामने होम पेज खुलकर आएगा।
- होम पेज पर आपको एफपीओ के विकल्प पर क्लिक करना है।
- इसके बाद आपको रजिस्ट्रेशन के विकल्प पर क्लिक करना है।
- आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर आएगा।
- आपको इस फॉर्म मे मांगी गयी सभी ज़रूरी जानकारी ध्यानपूर्वक व पढ़कर ठीक प्रकार से दर्ज करना है।
- इसके बाद आपको पासबुक एंव आईडी दस्तावेज़ को स्कैन कर अपलोड करना है।
- अब आपको सबमिट के विकल्प पर क्लिक करना है
- इस प्रकार आप पीएम किसान एफपीओ योजना 2023 के तहत आवेदन कर सकते है
पीएम किसान एफपीओ योजना लॉगिन करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको राष्ट्रीय कृषि बाजार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है
- आपके सामने होम पेज खुलकर आएगा।
- आपको FPO के विकल्प पर क्लिक करना है।
- अब लॉगिन के विकल्प पर क्लिक करना है।
- आपके सामने लॉगिन फार्म खुलकर आएगा।
- अब उसमे आपको अपना Username व password व कैप्चा दर्ज करना है।
- अब आपको लॉगिन के विकल्प पर क्लिक करना है।
- इस प्रकार आप राष्ट्रीय कृषि बाजार के पोर्टल पर लॉगिन कर पायगें।
ग्रीवेंस दर्ज करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको राष्ट्रीय कृषि बाजार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
- आपके सामने होम पेज खुलेगा।
- इस पेज पर आपको Contact us के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपको If you have ग्रीवंस क्लिक हैयर के विकल्प पर क्लिक करना है।
- अब आपको ओपन न्यू टिकट के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपको अपना यूज़र नेम तथा पासवर्ड दर्ज करके साइन इन करना है।
- आपके सामने ग्रीवेंस फॉर्म खुलेगा
- आपको इस फॉर्म मे पूछी गई सभी ज़रूरी जानकारी दर्ज करनी है
- उसके बाद आपको सबमिट के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आप ग्रीवेंस दर्ज कर पाएगें।
ग्रीवेंस स्टेट्स जानने की प्रक्रिया
- सर्वप्रथम आपको राष्ट्रीय कृषि बाजार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- आपके सामने होम पेज खुलेगा।
- अब आपको कॉंटेक्ट अस के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- अब आपको ईफ यू हेव ग्रीवेंस क्लिक हेयर के विकल्प पर क्लिक करना है।
- इसके बाद आपको चेक टिकट स्टेट्स के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- अब आपको अपनी ईमेल आईडी तथा टिकट नम्बर दर्ज करना है।
- और इसके बाद आपको सर्च के विकल्प पर क्लिक करना है।
- इस प्रकार आप ग्रीवेंस स्टेट्स की जानकारी देख सकते है।
FAQs
किसान एफपीओ योजना को 9 फरवरी 2020 के देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से आरम्भ की गई है|
पीएफओ किसानो का एक समूह होता है जिसमे कम से कम पर्वतीय क्षेत्र मे 100 और मैदानी क्षेत्र मे अधिक से अधिक 300 किसान होते है ये समूह अपनी फसल का सीधा व्यापार कर सकते है। जिससे उनको बिचौलियो से मुक्ति प्राप्त होगा। और उनकी फसल की अच्छी कीमत मिलेगी।
योजना के अन्तर्गत सभी छोटे व बड़े किसान एफपीओ मे शामिल हो सकते है।
देश मे वर्तमान इस समय 1856 FPO को राष्ट्रीय कृषि बाजार के पोर्टल पर शामिल किया गया है।
FPO का पूरा नाम Farmer Producer Organisation, किसान उत्पादक संगठन है।