Big Business Ideas in Hindi – बेहतरीन प्रॉफिट कमाने के लिए कुछ शानदार बिजनेस आइडियाज

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Big Business Ideas Hindi:- हर किसी का अपना एक अलग सपना होता हैं, कुछ ग्रेजुएशन करने के बाद बेहतर नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं, कुछ सिविल विभाग या अन्य विभागों में पावर के साथ जाकर देश की सेवा करना चाहते हैं तो कुछ व्यवसायों में जाकर बिना किसी लिमिट के पैसा कमाना चाहते हैं।

व्यवसाय कई तरह के हुआ करते हैं, इनमे से कुछ बिना किसी खास बजट के साथ भी शुरू होते हैं तो कुछ के लिए ठीक-ठाक बजट चाहिए होता हैं। लेकिन कुछ व्यवसाय ऐसे भी होते हैं जिनके लिए ज्यादा बजट (Investment) चाहिये होता हैं, इस प्रकार के व्यवसायों को Big Business Ideas में गिना जाता हैं जो Profit भी शानदार जनरेट करते हैं।

अगर आपके पास भी इन्वेस्ट करने के लिए अच्छा खासा पैसा हैं और आप किसी बड़े व्यवसाय के आईडिया की खोज में हैं तो यह लेख पूरा पढ़े क्योंकि इस लेख में हम काफी सारे बिग बिजनेस आइडियाज (Big Business Ideas in Hindi) के बारे में बात करेंगे।

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Big Business Ideas क्या होते हैं और यह किस तरह से अधिक फायदेमंद हैं?

इस बात में कोई दो राय नहीं हैं कि आज के समय मे काफी कम निवेश के साथ भी कई तरह के व्यवसाय शुरू किये जा सकते हैं। इसके अलावा डिजिटलाइजेशन के दौर ने काफी सारे ऐसे व्यवसाय भी जनरेट किये हैं जिसमे ना बराबर पैसा लगाकर और मेहनत करके पैसे कमाये जा सकते हैं।

लेकिन कुछ Business Ideas ऐसे होते हैं जिन्हें अस्तित्व में लाने के लिए या फिर कहा जाए तो उन्हें शुरू करने के लिए पैसों को जरूरत होती हैं। इस प्रकार के बिजनेस Profit भी काफी ज्यादा जनरेट करते हैं।

इस तरह के Business को शुरू करने के लिए या तो व्यक्ति या फर्म के पास पहले से पैसा होता हैं या फिर वह फंडिंग्स या फिर लोन आदि माध्यमो से पैसा लाता हैं।

अगर Business Idea व Profit Strategy अच्छी हो तो फिर फाइनेंस फर्म भी पैसा देने से मना नहीं करती।

Big Business Ideas उन आइडियाज को कहा जाता हैं जिनमे ज्यादा Investments और लोगो को जरूरत पड़ती हैं। यह बिल्कुल सटीक रूप से पूरी Guidelines आदि को फॉलो करते हुए अस्तित्व में लाये जाते हैं।

सरल भाषा मे Big Business Idea को समझने के लिए एक यह उदाहरण लिया जा सकता हैं कि एक लैपटॉप लेकर दुकान खोलना एक Small Business Idea हैं जबकि कपड़े बनाने या किसी और Product को बनाने की फैक्ट्री खोलना एक Big Business Idea हैं।

क्योंकी पहले आईडिया में काफी कम निवेश लग रहा है और दूसरे आईडिया में काफी ज्यादा निवेश लग रहा हैं, लेकिन क्योंकि निवेश Big Business Ideas में ज्यादा लगता हैं तो Profit भी उसी लेवल का होता हैं।

तो अब आप समझ ही चुके हो कि Big Business Ideas क्या होते है और यह किस तरह से अधिक Profit जनरेट करते हैं। तो चलिए जानते हैं कुछ Big Business Ideas के बारे में जो अच्छा खासा पैसा निकाल के दे।

Big Business Ideas in Hindi – बड़े बिजनेस आइडियाज

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इस बात में कोई दो राय नहीं है कि बड़े व्यवसाय अच्छी इन्वेस्टमेंट मानते हैं लेकिन जिस हिसाब से वह इन्वेस्टमेंट मांगते हैं उतना ही मोटा प्रॉफिट भी निकाल कर देते हैं।

लेकिन कई ऐसे उदाहरण देखे गए हैं जब कोई व्यक्ति विशेष या फर्म ने किसी बेकार बिजनेस आइडिया पर पैसा लगाया और बाद में वह अपना लगाया हुआ पैसा भी नहीं निकाल पाया और बिजनेस नुकसान में चला गया।

यही कारण है कि एक सटीक और प्रॉफिटेबल बिजनेस आइडिया काफी जरूरी होता है। इस लेख में हम आपको कुछ बेहतरीन प्रॉफिटेबल आईडियाज के बारे में बता रहे हैं जो आपको लाखों का मुनाफा दे सकते हैं।

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मिनरल वाटर बिजनेस

गंदे पानी की समस्या हमारे देश में शुरुआत से ही है जिसकी वजह से मिनरल वाटर उद्योग तेजी से पनपते जा रहा है। बाजार में काफी सारे ऐसे प्राणी है जो मिनरल वाटर उद्योग के क्षेत्र में काम कर रहे हैं और अगर आप कभी गौर करके देखोगे तो लगभग सभी ब्रांड अच्छा-खासा मुनाफा इस व्यवसाय से कम आ रहे हैं।

काफी सारे लोगों का मानना है कि मिनरल वाटर या फिर बोतल वाटर को केवल उनके क्षेत्र के द्वारा ही प्रोत्साहन मिलता है लेकिन असलियत यह है कि आज के समय में साधारण नागरिक भी मिनरल वाटर की मांग करते हैं।

ना केवल बोतलबंद मिनरल वाटर बल्कि अधिक क्वांटिटी में भी मिनरल वाटर को बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है लेकिन इस क्षेत्र में उद्योग शुरू करने के लिए एक अच्छा खासा बजट चाहिए होता है जिसकी वजह से मंडल वाटर बिजनेस को बड़े बिजनेस आईडियाज (Big Business Ideas in Hindi) में गिना जाता है।

मिनरल वाटर बिजनेस शुरू करने में कितना पैसा खर्च होता हैं?

जिससे कि हमने आपको पहले बताया कि मिनरल वाटर देखने एक ऐसा बिजनेस है इसे शुरू करने के लिए आपको अच्छा खासा बजट चाहिए। इस बिजनेस को शुरू करने में लगने वाली लागत को लेकर कोई सटीक बजट तो नहीं बताया जा सकता लेकिन अगर आप छोटे से छोटे स्तर पर भी यह बिजनेस शुरू करना चाहो तो आपको 15 से 20 लाख का शुरुआती बजट चाहिये होगा। इसके अलावा अगर आप उच्च स्तरीय प्रोडक्शन करना चाहते हो तो उसके लिए आपको करीबन 75 लाख रुपयों की जरूरत होगी।

मिनरल वाटर बिजनेस कैसे शुरू करे?

मिनरल वाटर बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको इसका बिजनेस प्लान तैयार करना होगा। बिजनेस प्लान में आपको प्लांट के प्रोडक्शन कैपेसिटी, लोकेशन, पैकिंग और ट्रांसपोर्टेशन आदि को शामिल करना होगा।

यह बिजनेस शुरू करने के लिए आपको पहले इसकी जानकारी लेनी होगी और आप बिजनेस को कैसे और कहा सेटअप करोगे, यह तय करना होगा।

इसके अलावा इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको कुछ लाइसेंस भी लेने पड़ते हैं और लाइसेंस मिलने के बाद ही आप व्यवसाय शुरू कर पाओगे। एक बार आप जब व्यवस्था शुरू कर लोगे तो उसके बाद आप इससे प्रॉफिट कमाना शुरू कर सकते हो।

मिनरल वाटर बिजनेस से प्रॉफिट कैसे कमाते हैं?

मिनरल वाटर बिजनेस एक अधिक लागत वाला बिजनेस है लेकिन इसमें प्रॉफिट भी लागत के अनुसार अधिक ही मिलता है। मिनरल वाटर बिजनेस में आप ना केवल रिटेल मार्केट में बोतलबंद पानी बेचकर पैसा कमा सकते हो बल्कि वर्तमान में काम कर रहे कई अन्य ब्रांड्स की तरह सीधे रेगुलर क्लाइंट भी बना सकते हो जो डेली बेसिस पर आपसे पैसा लेते हैं और आप उन्हें अधिक क्वांटिटी में पानी देते हो।

यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप किस तरह से कम से कम लागत में अधिक से अधिक प्रॉफिट बना पाते हो।

मकान बनाने का बिजनेस (रियल एस्टेट डेवलपमेंट)

इस बात में कोई दो राय नहीं कि अगर आपके पास इन्वेस्ट करने के लिए पैसा है तो रियल एस्टेट डेवलपमेंट यानी कि मकान व अन्य प्रॉपर्टीज बनाने का व्यवसाय वर्तमान बाजार में मौजूद सबसे बेहतरीन व्यवसायों में से एक हैं।

रियल एस्टेट डेवलपमेंट आज के समय में सबसे प्रॉफिटेबल व्यवसाय में से एक है और इस बात का पता आप देश के बड़े-बड़े रियल एस्टेट ग्रुप के इनकम और रेवेन्यू देखकर लगा सकते हैं। इस बात में कोई दो राय नहीं हैं कि रियल एस्टेट के काम मे नुकसान की संभावनाएं भी काफी ज्यादा होती है लेकिन अगर एक स्ट्रेटेजी बनाकर अच्छी लोकेशन पर क्वालिटी वर्क किया जाए तो इसमें प्रॉफिट ही प्रॉफिट हैं।

रियल एस्टेट के बाजार में हर तरह के ग्राहक मौजूद हैं, कुछ को सस्ते घर/फ्लैट चाहिए होते हैं तो कुछ को लैविश लाइफस्टाइल जारी रखने के लिए लग्जरी घर। यह आपके ऊपर डिपेंड करता है कि आप किस तरह के लोगों के लिए काम करना चाहोगे लेकिन दोनों ही तरफ Profit की सम्भावनाए काफी अधिक हैं।

रियल एस्टेट डेवलपमेंट बिजनेस में कितना खर्चा आता हैं?

इस बात से मुंह नहीं फेरा जा सकता कि रियल एस्टेट डेवलपमेंट उन व्यवसायों में से एक हैं। अधिकतर बड़े बड़े प्रॉफिटेबल रियल एस्टेट ग्रुप लोन लेकर प्रोजेक्ट तैयार करते हैं और उसके बाद प्रोफिट निकालने के बाद अपना लोन ब्याज सहित चुकाकर जो पैसा उनके पास बचता हैं वह अपना प्रॉफिट मानते हैं।

लेकिन ऐसा नहीं है कि रियल एस्टेट डेवलपमेंट के बिजनेस में आपको करोड़ रुपए ही चाहिए होंगे क्योंकि अगर आप इसे निम्न स्तर से भी शुरू कर सकते हैं।

उदाहरण के तौर पर आप किसी अच्छे शहर के एवरेज इलाके में 15 लाख की जमीन खरीदकर 20 लाख मकान के निर्माण में लगा सकते हैं। अब अगर आप इस मकान को 50 लाख में भी बेचेंगे तो आपको सीधे 15 लाख का प्रॉफिट होगा।

रियल एस्टेट डेवलपमेंट बिजनेस कैसे शुरू करे?

रियल एस्टेट डेवलपमेंट बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले आप जिस भी शहर में रियल एस्टेट का काम करने वाले हैं, वहा के प्रॉपर्टी मार्केट को समझना होगा। प्रॉपर्टी मार्केट को समझने में जमीनों की कीमत मालूम करना, इन्फ्लेशन के बारे में जानना, प्रॉपर्टी के निर्माण में लगने वाली लागत के बारे में जानना शामिल होगा।

इसके अलावा आपको जो व्यवसायी और ब्रांड्स आपके व्यवसाय में आपकी मदद करेंगे उनसे कॉन्टैक्ट करना होगा और कम से कम कीमतों में बेहतरीन प्रोडक्ट हासिल करने होंगे जैसे कि सीमेंट, ईट और जरूरत के अन्य सभी समान।

इसके बाद आपको अपनी कम्पनी या फर्म को रजिस्टर करके डेवलपमेंट के लिए लगने वाले सभी प्रकार के लाइसेंस लेने होंगे। इसके बाद आप निर्माण का काम शुरू करने प्रॉफिट कमान शुरू कर सकते हैं।

रियल एस्टेट डेवलपमेंट बिजनेस से प्रॉफिट कैसे कमाते हैं?

रियल एस्टेट डेवलपमेंट बिजनेस में जितनी सम्भावनाये बेहतर प्रॉफिट कमाने की होगी उतनी ही सम्भावनाये नुक्सान की भी होती हैं। यही कारण हैं कि आज के समय मे अगर आप रियल एस्टेट से प्रॉफिट कमाना चाहते हो तो आपको मार्केट का अच्छी तरह से एनालिसिस करना होगा।

आपको समझना होगा कि किस तरह के प्रोजेक्ट को आप आसानी से बेच सकोगे। अपनी फर्म को रजिस्टर करवाने के बाद शुरुआत में ही बड़े प्रोजेक्ट हैंडल करना एक नादानी की बात होगी। इसके अलावा शुरुआत में ऐसे प्रोजेक्ट ही बनाने होंगे जो आसानी से बिक जाए।

इसके अलावा रियल एस्टेट के बिजनेस में हमेशा लोगो को उनके पैसों की वैल्यू प्रोवाइड करने की कोशिश करे क्योंकि अगर एक बार ब्रांड का नाम बदनाम हो जाता हैं तो उसके बाद उससे प्रॉफिट कमान मुश्किल होता हैं।

इसके अलावा रियल एस्टेट के बिजनेस में ना केवल प्रॉपर्टी बेचकर बल्कि ट्रेड और डील आदि से भी पैसा कमाया जा सकता हैं। अगर आपकी रियल एस्टेट फर्म अच्छा प्रॉफिट कमाती है और एक्सपैंड करती हैं तो उसे सरकारी योजनाओं और सब्सिडिज से जोड़कर बड़ा प्रोजेक्ट हैंडल किया जा सकता हैं जिससे अच्छे पैसे बनाये जा सकते हैं।

सरसो के तेल का बिजनेस

सरसो के तेल भारत मे सबसे अधिक उपयोग किये जाने वाले तेलों में से एक हैं। खाना बनाने से लेकर बालों में लगाने और अन्य कई कार्यो के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल किया जाता है।

सरसो के तेल का बिजनेस आज के समय में बड़ी इन्वेस्टमेंट के साथ किये जाने वाले सबसे प्रॉफिटेबल बिजनेस में से एक माना जाता हैं और इसीलिए ही इसे Best Big Business Ideas में गिना जाता हैं।

अगर आप किसी ऐसे राज्य या इलाके में रहते हो जहा आसपास सरसो उगता हैं और आप अच्छी मात्रा में तेल बनाने के लिए सरसों प्राप्त कर सकते हो तो सरसो के तेल का बिजनेस आपके लिये वाकई में प्रॉफिटेबल साबित हो सकता हैं। सरसो के तेल की बाजार में हर समय डिमांड बनी रहती हैं जिसकी वजह से यह एक ऐसा बिजनेस भी हैं जो पूरे 12 महीने ही प्रॉफिट जनरेट कर सकता हैं।

सरसो के तेल के बिजनेस में कितना खर्चा आता हैं?

सरसो के तेल के बिजनेस एक ऐसा बिजनेस हैं जिसे आप छोटे पैमाने पर भी शुरू कर सकते हो, अगर आपके पास कोई एक्स्ट्रा जगह हैं तो वहाँ पर भी यह शुरू किया जा सकता हैं लेकिन बड़े पैमाने पर ही यह अधिक प्रॉफिटेबल माना जाता हैं। सरसो के तेल के बिजनेस में लगने वाली लागत पूरी तरह से बाजार पर डिपेंड करती हैं।

अगर आप एक कम क्वांटिटी वाला प्लांट तैयार करते हो तो लोकेशन की कीमत के अलावा प्लांट सेटअप करने में आपके 10 से 15 लाख रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा बिजली का पैसा भी सरसो से तेल निकालने में खर्च होता हैं।

एक मुख्य काम किसानों से सरसो खरीदना भी होगा, और अगर आपके पास खुद की सरसो की खेती हैं तो खेती में लगने वाली कोस्ट भी खर्चे में गिनी जाएगी।

इसके अलावा सरसो को लाने और तेल को प्लांट से ले जाने में ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा भी आता हैं। अगर आपके साथ अधिक लोग काम करेंगे तो आपको उनको सैलरी भी देनी होगी। सरल भाषा मे प्रोडक्शन की क्वांटिटी के अनुसार इस बिजनेस में आपका पैसा लगेगा फिर चाहे वह 20 से 25 लाख हो या 1 से 2 करोड़।

सरसो के तेल का बिजनेस कैसे शुरू करे?

जैसा कि हमने आपको बताया कि एक बड़े पैमाने पर सरसों के तेल का बिजनेस शुरू करना काफी सारी इन्वेस्टमेंट मांगता है। लेकिन सरसों के तेल का बिजनेस प्रॉफिट भी अच्छा खासा जनरेट करता है तो यह एक बेहतरीन बिग बिजनेस आइडिया (Big Business Ideas in Hindi) कहलाता हैं।

सरसों के तेल के बिजनेस को शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको एक ऐसी लोकेशन देखनी होगी, जो उस जगह से नजदीक हो जहा से आपको सरसो सप्लाई किया जाएगा क्योंकि ट्रांसपोर्टेशन का अधिक खर्चा प्रॉफिट को घटा सकता हैं।

जमीन देखने के बाद आपको बिजनेस शुरू करने के लिए सभी अनिवार्य लाइसेंस लेने होंगे और उसके बाद अपना प्लांट सेटअप करना होगा। प्लांट में आपको सभी आवश्यक मशीने लगानी होगी, जो प्रोडक्शन क्वांटिटी के अनुसार खरीदी जाती हैं। इसके बाद आप सरसो के बीज मंगवाकर उनसे तेल बनाना शुरू कर सकते हो।

सरसो के तेल के बिजनेस से प्रॉफिट कैसे कमाते हैं?

सरसों के तेल के बिजनेस से प्रॉफिट कमाना कोई आसान बात नहीं हैं क्योंकि इसके लिए आपको एक बिजनेस प्लान तैयार करना होगा और एक टीम तैयार करनी होगी। इस प्रकार की बिजनेस में अधिक प्रॉफिट कमाने के लिए प्रोडक्शन कॉस्ट कम से कम रखते हुए रेवेन्यू अधिक से अधिक रखनी होती है।

सरसों के तेल के भेजने से पैसे कमाने के कई तरीके हैं। अगर आप चाहे तो सीधे होलसेलर या ब्रांड्स को अपना तेल भेज सकते हैं और अगर आप चाहे तो बाजार में खुला तेल बेच सकते हैं। इसके अलावा अगर आप पूरी पैकिंग के साथ अपना एक सरसों के तेल का अलग ब्रांड डेवलप कर लेते हैं तो अधिक प्रॉफिट कमाने में आसानी होगी क्योंकि ब्रांड वैल्यू वाकई में बेहतरीन प्रॉफिट देती है। लेकिन अगर आप मुख्य बाजार से दूर रहना चाहते हैं तो आप सीधे होलसेलर्स को अपना तेल भेज सकते हैं।

चपल का बिजनेस

चपल का बिजनेस वाकई में शुरुआत से काफी प्रॉफिटेबल बिजनेस में गिना जाता है लेकिन क्योंकि इसमें प्रोडक्शन कॉस्ट काफी अधिक लगती है तो यह Big Business Ideas में आता हैं। वर्तमान में बाजार में कई ब्रांड्स और डिजाइन की चपले उपलब्ध हैं। एक तरफ हजारों रुपए की ब्रांडेड चपले या फिर कहा जाए तो स्लीपर्स बाजार में उपलब्ध हैं तो वही दूसरी तरफ 50 रुपये की कीमत में मिलने वाली लोकल चपले भी बाजार में मौजूद हैं।

बड़े ब्रांड अपनी ब्रांड वैल्यू और क्वालिटी के नाम पर पैसा कमाते हैं तो वही लोकल चप्पल बाजार पर वाकई में काफी प्रॉफिटेबल है। जिन चपलो को आप बाजार में 50 से 60 रुपये में खरीदकर लाते हो उनकी प्रोडक्शन कॉस्ट अधिकतर ₹20 से भी कम पड़ती है तो ऐसे में अब आप सोच सकते हैं कि यह व्यवसाय कितना प्रॉफिटेबल है लेकिन अगर आप खुद चपल बनाते हो तो आप उसे व्होलसेलर्स को बेचते हो तो आपको 50 रुपये वाला प्रॉफिट नही मिलता लेकिन फिर भी यह बिजनेस काफी प्रॉफिटेबल हैं।

चपल के बिजनेस में कितना खर्चा आता हैं?

जैसे की हमने आपको पहले ही बताया कि चप्पल का बिजनेस एक प्रॉफिटेबल बिजनेस है लेकिन इसमें इन्वेस्टमेंट काफी जगह लगती है। चप्पल का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको ना केवल मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक जगह की जरूरत पड़ेगी बल्कि दो तरह के विशेष रॉ मैटेरियल भी चाहिए होंगे। इनमें से एक रॉ मेटेरियल चप्पल बनाने के काम आएगा तो दूसरा रो मटेरियल पैकिंग के काम आएगा।

काफी सारे लोग पैकिंग का काम दूसरे ब्रांच को दिया करते हैं लेकिन यह पूरी तरह से आप की लागत को बढ़ाता है और प्रॉफिट को कम करता है तो यह आपके ऊपर है कि आप पैकिंग का काम खुद करेंगे दूसरे ब्रांड को देंगे।

अगर आप एक अच्छे खासे स्तर पर चावल बनाने का काम शुरू करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए न्यूनतम 10 से 15 लाख की इन्वेस्टमेंट चाहिए होगी क्योंकि इसमें आपको मशीनो रॉ मटेरियल्स और ह्यूमन पावर तीनों की ही जरूरत पड़ेगी।

चप्पल का बिजनेस कैसे शुरू करे?

चप्पल का बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको रॉ मैटेरियल्स खरीदने होंगे और कुछ लोग हायर करने होंगे जो मैन्युफैक्चरिंग में आपकी मदद करें। इसके अलावा जो मुख्य काम होगा वह मशीने सेट करना होगा जो रॉ मेटेरियल को चप्पल में बदलने का काम करेगी।

क्योंकि मशीने आपका अधिकतर काम मशीने करेंगी जो आपको ज्यादा स्किल्ड लोगो की जरूरत नही पड़ेगी। मशीनों के द्वारा रॉ मेटेरियल को सटीक शेप और साइज में ढाला जाएगा। ड्रिलिंग मशीनों के द्वारा स्लीपर्स में छेद किया जाता हैं और उसमे स्ट्रिप्स डाली जाती हैं।

इसके बाद स्लीपर्स पर पेंट किया जाता है और उसके सूखने के बाद अंत मे फिनिशिंग का काम करके उसे पैक करके बेचा जाता हैं।

चप्पल के बिजनेस से प्रॉफिट कैसे कमाते हैं?

चप्पल के बिजनेस से प्रॉफिट कमाना पूरी तरह से आपके बिजनेस मॉडल पर निर्भर करता हैं। अगर आप एक ब्रांड के तौर पर अपनी कम्पनी को स्थापित करना चाहो तो आपको अधिक फायदा होगा।

आप अपने ब्रांड का एक पर्सनल ईकॉमर्स स्टोर बना सकते हो या फिर Amazon, PayTm और Flipkart आदि पर बेच सकते हो। जैसे जैसे आपकी ब्रांड वैल्यू बढ़ेगी वैसे वैसे ही आपकी सेल्स और प्रॉफिट भी बढ़ता जाएगा।

इसके अलावा अगर आप शुरुआत से ही मैसिव अमाउंट प्रॉफिट के तौर पर कमाना चाहते हो तो शहर के बड़े होलसेलर्स से कांटेक्ट कर सकते हो। इसके अलावा ज्यादा प्रॉफिट के लिए आप सीधे शहर के बड़े रिटेलर्स से कॉन्टैक्ट कर सकते हैं।

बड़े वाहन को किराए पर देने का बिजनेस

आज के समय मे रेंटिंग का बिजनेस कितनी तेजी से अगर बढ़ रहा हैं इसका पता हम सभी को हैं। रेंट बिजनेस में न केवल प्रॉपर्टी और होटल्स को गिना जाता हैं बल्कि वाहनों को भी गिना जाता हैं। विभिन्न प्रकार के वाहनों को खरीदकर अगर उन्हें किराए पर दिया जाए तो शानदार प्रॉफिट कमाया जा सकता हैं।

ना केवल बड़े शहरों बल्कि छोटे शहरों में भी बड़े वाहन जैसे कि बस और लग्जरी कारों को किराए पर देने का बिजनेस आसानी से फल फूल रहा हैं। छोटे वाहन हर व्यक्ति खरीद लेता है या अरेंज कर लेता हैं लेकिन बड़े वाहन जैसे कि लग्जरी कार या फिर बस खरीदना आसान नही होता तो ऐसे में किसी आवश्यक कार्य जैसे कि बारात लेकर जाना, शादी में आवश्यक कार आदि के लिए बड़े वाहन जैसे कि बसे और लग्जरी कार आदि किराए पर दिए जाते हैं।

इसके अलावा ट्रेवल स्टार्टअप्स और व्यवसायों को भी वाहनों की जरूरत पड़ती है और शुरुआत में वह उन्हें सीधा खरीदने की जगह रेंट पर लेने पर फोकस रखते हैं।

बड़े वाहन किराए पर देने के बिजनेस में कितना खर्च आता हैं?

बड़े वाहन किराए पर देने का बिजनेस वाकई में काफी प्रॉफिटेबल है लेकिन यह पूरी तरह से आपके बिजनेस मॉडल पर डिपेंड करता है कि आप इससे कितना प्रॉफिट कमा पाते हैं।

सबसे पहले तो यह जानना जरूरी है कि अगर आप लोग मिल बिजनेस मॉडल पर काम करेंगे यानी कि नई लग्जरी खरीदकर उन्हें रेंट पर देकर पैसा कमाने की सोचेंगे तो आप केवल शादियों आदि के सीजन के टाइम पर ही पैसा कमा पाएंगे क्योंकि रोजाना वाहन रेंट पर नहीं जाते।

लेकिन अगर आप सेकंड हैंड बसे खरीदकर उन्हें ट्रैवल कंपनियों या फिर ट्रैवल का बिजनेस करने वाले लोगों को रेंट पर देंगे तो आप अधिक प्रॉफिट कम लागत में जनरेट कर सकेंगे। अगर आप एक एवरेज लेवल पर हुई है बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो कम से कम 30 से 35 लाख रुपए का बजट लेकर चले।

बड़े वाहन किराए पर देने का बिजनेस कैसे शुरू करें?

बड़े वाहन किराए पर देने का बिजनेस का तात्पर्य कारों और बसों आदि को खरीदकर उन्हें रेंट पर देने से हैं। वर्तमान में कार रेंटल बिजनेस काफी तेजी से फल-फूल रहा है लेकिन इसमें कंपटीशन भी काफी ज्यादा है और जहां पर कंपटीशन ज्यादा होता है वहां पैसा कमाना थोड़ा मुश्किल प्रतीत होता है।

इतना अगर आप बड़े वाहन खरीदकर उन्हें रेंट पर देकर पैसा कमाना चाहते हैं तो हमारी राय में बस रेंटल सबसे बेहतरीन ऑप्शन रहेगा। बस कई तरह की होती है जिनमे मिनी और लग्जरी बस आती हैं और मिनी बस आपको रेगुलर प्रॉफिट जनरेट करने में मदद कर सकती है।

तो ऐसे में सबसे पहले आपको बस व कार आदि खरीदनी होगी और अपनी कम्पनी को रजिस्टर करवाना होगा। इसके बाद से आप अपने व्हीकल्स को किराए पर देकर पैसा कमाना शुरू कर सकते हो।

बड़े वाहन किराए पर देकर प्रॉफिट कैसे कमाये?

व्हीकल रेंटल बिजनेस में प्रॉफिट कमाने के लिए आपको वाहनों को खरीदने की कोशिश कम रखनी होगी यानी कि आप नए वाहनों की जगह अच्छी कंडीशन में मिलने वाले सेकंड हैंड वाहनों को खरीद सकते हैं।

इसके अलावा बेहतर यही होगा कि जिन वाहनों को खरीद रहे हैं आपके लिए अफॉर्डेबल बनाने के उनका मेंटेनेंस कम रहे। इन चीजों से सीधे तौर पर कॉस्ट कम होती है और प्रॉफिट बढ़ता हैं।

इसके अलावा यह बात भी ध्यान रखे कि अगर आप व्हीकल रेंटल बिजनेस कर रहे हैं तो केवल सीधे ग्राहकों पर टिके ना रहे क्योंकि इस तरह से आपका लॉस हो सकता हैं। आपको ट्रेवल बिजनेस करने वाली कम्पनियो से कॉन्टैक्ट करना होगा, इसके अलावा शहर में लोकल ट्रेवल की ऑथोरिटीज से कॉन्टैक्ट करके अपने वाहनों को उनमे लगवाना होगा। इससे आपको रेगुलर प्रॉफिट जनरेट करने में मदद मिलेगी।

मोबाइल पार्ट्स-एसेसिरिज का बिजनेस

इस बात में कोई दो राय नहीं हैं कि आज के समय में देखना तो जी और गैजेट से जुड़े हुए बिजनेस काफी ज्यादा प्रॉफिट कमाते हैं और यही कारण है कि मोबाइल पार्ट्स और एसेसिरिज आदि बनाने वाली कंपनियां काफी कम लागत में काफी अच्छा प्रॉफिट कमा रही हैं।

बड़े बिजनेस आइडियाज (Big Business Ideas in Hindi) में मोबाइल पार्ट्स एसेसरीज बनाने का बिजनेस भी शामिल है क्योंकि यह लागत काफी अधिक मांगता है लेकिन प्रॉफिट भी इसमें का शानदार जनरेट किया जाता हैं।

मोबाइल एसेसरीज जैसे कि कवर, ईयरफोन्स और अन्य गैजेट्स बनाने का बिजनेस वाकई में आज के समय में काफी प्रॉफिटेबल हैं।

मोबाइल एसेसिरिज के बिजनेस में कितना खर्च आता हैं?

वैसे तो मोबाइल एसेसरीज बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जो किसी भी लोकेशन पर आपको प्रॉफिट कमा कर दे सकता है लेकिन फिर भी अगर आप हॉट लोकेशन पर व्यवसाय शुरू करते हो तो आप एक अच्छे लेवल पर प्रॉफिट कमा सकते हो।

मोबाइल एसेसरीज बिजनेस कई प्रकार के बिजनेस मॉडल पर निर्धारित होता है जैसे कि अगर आप होलसेल बिजनेस करना चाहते हो तो उसके लिए आपको किसी खास लोकेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि आप रिटेलर्स को प्रत्यक्ष तौर पर माल सप्लाई करते हो जिसमें आपका इंपोर्ट एक्सपोर्ट का खर्चा तो आएगा लेकिन प्रॉफिट भी मैसिव ही होगा।

ऐसे में मोबाइल एसेसिरिज के बिजनेस में आने वाला खर्चा सीधे तौर पर आपके बिजनेस मॉडल जाने के रिटेल या होलसेल बिजनेस मॉडल और आपके बिजनेस लेवल पर निर्धारित करता है। अगर आप चाहो तो 5 लाख रुपये से भी बिजनेस की शुरुआत कर सकते हो और अगर आप चाहो तो 50 लाख से भी बिजनेस शुरू कर सकते हो।

मोबाइल एसेसरीज का बिजनेस कैसे शुरू करें?

मोबाइल एसेसरीज का प्रॉफिटेबल बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको मार्केट को एनालाइज करना होगा और जानना होगा कि किस तरह के प्रोडक्ट बनाकर आप अधिक प्रॉफिट कमा सकते हैं।

इसके लिए आपको मार्केट में चल रही प्रोडक्ट की डिमांड और उनको प्राप्त करने की लागत को समझना होगा। अगर आप रिटेल में बिजनेस करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको एक हॉट लोकेशन भी ढूंढ नहीं होगी और अगर वही आपके पास बजट अधिक है तो आप होलसेल में बिजनेस करके अधिक पैसा बना सकते हैं।

अगर आप खुद प्रोडक्ट्स को मैन्युफैक्चर करने की कैपेसिटी रखते हैं तो उसके लिए आप अपनी कंपनी को रजिस्टर करवा कर प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग कर सकते हैं और प्रोडक्ट्स को व्होलसेल में बेचकर अधिक पैसा कमा सकते हैं।

मोबाइल एसेसरीज के बिजनेस में प्रॉफिट कैसे कमाए?

यह बात तो साफ है कि मोबाइल एसेसरीज के बिजनेस में वाकई में काफी प्रॉफिट हैं लेकिन आप कितना प्रॉफिट कमाओगे यह सीधे तौर पर आपके बिजनेस मॉडल पर डिपेंड करता है। सबसे पहले तो आपको यह बता दे कि रिटेल में लागत के ऊपर सबसे अधिक प्रॉफिट कमाया जाता है लेकिन रिटेल में आप एक सीमा तक ही प्रोडक्ट बेच पाते हो तो उसमें मैसिव प्रॉफिट कमाना मुश्किल होता है।

वहीं दूसरी तरफ अगर आप होलसेल में बिजनेस करते हो या फिर प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग का काम करते हो तो आप सीधे रिटेलर्स और होलसेलर्स को बिजनेस बेचते हो जिसमें प्रत्येक प्रॉफिट पर रिटेल के मुकाबले कम लेकिन मैसिव प्रॉफिट मिलता हैं। तो ऐसे में आप सप्लायर्स से मोबाइल एसेसरीज और पार्ट्स खरीदकर या खुद मैन्युफेक्चर करके होलसेल में उन्हें बेच सकते हो और अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हो।

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चीनी का मिल सेटअप करके पैसा कमाना

चीनी बाजार में मिलने वाले उन खाद्य पदार्थों में से एक है जिसका निर्माण पूरे 12 महीने ही चलता है और इसकी वजह से इससे पूरे 12 महीने ही प्रॉफिट कमाया जा सकता है। चीनी या फिर कहा जाए तो चक्कर उन खाद्य पदार्थों में से एक है जिसके डिमांड पूरे 12 महीने रहती है और क्योंकि गन्ने की फसल हमारे देश में 12 महीने ही तैयार की जाती है तो इससे चीनी का निर्माण भी हमेशा चलता रहता है।

अगर आप कभी चीनी का व्यवसाय करने वाले या फिर कहा जाए तो चीनी का निर्माण करने वाली कंपनियों के प्रॉफिट को देखे हैं तो आपको पता चलेगा कि यह एक प्रॉफिटेबल बिजनेस आईडिया है और अगर आप किसी ऐसे इलाके में रहते हैं जहां गन्ने की खेती अधिक मात्रा में की जाती है तो यह आपके लिए और भी अधिक प्रॉफिटेबल साबित हो सकता।

चीनी का मील सेट अप करने में कितना खर्चा आता है?

जैसा कि हमने आपको बताया कि चीनी का मील सेट अप करना या फिर चीनी का व्यवसाय करना एक बड़ा व्यवसाय आईडिया (Big Business Ideas in Hindi) है तो सीधी सी बात है इसमें इन्वेस्टमेंट भी अच्छी खासी होती हैं। चीनी का मिल सेट अप करने के लिए सबसे पहले आपको किसी ऐसी जगह पर जमीन चाहिए होगी जहां से गन्ने के खेत पास पड़ते हो या फिर आपका सप्लायर नजदीक हो वरना इम्पोर्ट एक्सपोर्ट में काफी पैसा खर्च होता है।

इसके बाद आपको गन्ने से चीनी बनाने के लिए मशीनें चाहिए होगी और उसके लिए पूरा प्लांट सेटअप करना होगा। इसके अलावा ऊपर लगने वाले खर्चे की बात करें तो मशीनों को चलाने के लिए आपको लेबर पावर भी चाहिए होगी जिसमें भी आपका काफी खर्चा होगा। एक आंकड़े के मुताबिक ढाई हजार टन प्रोसेसिंग कैपेसिटी की चीनी मिल शुरू करने के लिए कुल 100 से 125 करोड़ का खर्च आता हैं।

चीनी मिल कैसे शुरू करे?

जैसे कि हमने आपको बताया कि चीनी मिल सेट अप करना वाकई में एक बिग बिजनेस आईडिया है और इसके लिए आपको करोड़ों की इन्वेस्टमेंट की जरूरत पड़ेगी। अगर आप पहले से कोई बड़ा व्यवसाय कर रहे हैं या फिर बैंक से इतना बड़ा लोन लेने में सक्षम हैं तो ही यह व्यवसाय आपको करना चाहिए।

चीनी मील शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले सूटेबल लैंड एक्वायर करनी होती है और उसके बाद सभी तरह के आवश्यक लाइसेंस प्राप्त करने होते हैं। लाइसेंस प्राप्त करने के बाद आप अपना प्लांट सेटअप कर सकते हैं और प्रोडक्शन शुरू कर सकते हैं।

चीनी मील से प्रॉफिट कैसे कमाते हैं?

किस व्यवसाय शुरू करने से पहले मार्केट को एनालाइज करना होता है और उसके बाद व्यवसाय शुरू किया जाता है लेकिन यह एक ऐसा बिजनेस आ गया है जिसमें अगर आप प्लांट सेटअप करते हो तो सरकार या डिमांड और सप्लाई के आधार पर की मदद से लेती है तो ऐसे में इस प्रकार के व्यवसाय लॉस चोट लगना काफी मुश्किल होता है।

इस व्यवसाय में प्रॉफिट कमाने के लिए सबसे बेहतरीन तरीका यह है कि आप कम से कम कीमतों पर रॉ मटेरियल अर्थात गन्ना प्राप्त कर सको और अपनी प्रोडक्शन कोर्स में अधिक से अधिक कटिंग कर सको। अगर आप एक बार प्लांट सेटअप करके प्रोडक्शन शुरू कर देते हो तो ससेलर्स और ऑथोरिटीज खुद आपके पास आ जाती हैं।

ऑनलाइन एजुकेशन सर्विस का बिजनेस

ऑनलाइन बिजनेस आज के समय के उन व्यवसायों में से एक है जहां आप कम लागत में अधिक प्रॉफिट जनरेट कर सकते हो। अगर आप Education के सेक्टर से हो और ऑनलाइन व्यवसाय करके पैसा कमाना चाहते हो तो Online Education Service आपके लिए वाकई में एक बेहतरीन Big Business Idea साबित हो सकता हैं जिसमे आप सब्सक्रिप्शन बेस्ड एजुकेशन सर्विस (क्लासेज) सेल करके पैसा कमा सकते हो।

अगर आप इस फील्ड को एनालाइज करना चाहते हो तो एक बार इस फील्ड के जायन्ट्स जैसे कि Byjus और Giants के बिजनेस मॉडल और रेवेन्यू को देख सकते हो।

ऑनलाइन एजुकेशन सर्विस शुरू करने में कितना खर्चा आएगा?

ऑनलाइन एजुकेशन सर्विस सेटअप करने में लगने वाली कोस्ट पूरी तरह से इस बात पर डिपेंड करती हैं कि आप किस लेवल पर यह सर्विस शुरू करना चाहते हो। अगर आपके पास खर्च करने के लिए अच्छा खासा बजट हैं तो आप स्पेसिफिक या फिर वर्सेटाइल एजुकेशन प्रोवाइड करने के लिए टीचर्स को हायर कर सकते हो और अपना एक सॉफ्टवेयर बनवा सकते हो।

यह सॉफ्टवेयर कुछ इस तरह से काम करेगा कि स्टूडेंट्स इसका सब्सक्रिप्शन लेंगे और उसके बाद आपकी क्लासेज अटेंड कर सकेंगे। यह पूरा मेथड ऑनलाइन होगा तो आपको ऑटोमेशन मोड पर प्रॉफिट जनरेट करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा मार्केटिंग पर पैसा खर्च करते हुए आप अपनी Online Education Service को एक्सपैंड कर सकते हैं।

ऑनलाइन एजुकेशन सर्विस कैसे शुरु करे?

ऑनलाइन एडुकेशन सर्विस शुरू करने के लिए आपको ठीकठाक बजट की जरूरत करेगी। सबसे पहले आपको टीचर्स से बात करनी होगी जो आपकी सर्विस पर सेवा दे सके। जब आप टीचर्स से कॉन्टैक्ट कर लो उसके बाद अपना एप्प या सॉफ्टवेयर डेवलप करवा सकते हो और वहा क्लासेज आदि सेटअप करवा सकते हो।

इसके लिए आपको किसी सॉफ्टवेयर इंजीनियर या फर्म से बात करनी होगी। सॉफ्टवेयर को डेवलप करने के बाद अब आपका अगला काम अपनी फर्म/कमोनी को रजिस्टर करवाना होगा और उसके बाद ग्राहक अर्थात स्टूडेंट्स को लाना होगा जिसके लिए आपको एडवरटाइजिंग और मार्केटिंग में पैसे खर्च करने होंगे।

ऑनलाइन एजुकेशन सर्विस में प्रॉफिट कैसे कमाये?

ऑनलाइन एजुकेशन सर्विस शानदार प्रॉफिट कमाने के लिए एक वाकई में Big Business Idea हैं और अगर आप इसे एक्सपैंड करते हो तो करोड़ो का प्रॉफिट भी कमा सकते हो। ऑनलाइन एजुकेशन सर्विस से अच्छा प्रॉफिट कमाने के लिए आपको अधिक से अधिक स्टूडेंट अपने सॉफ्टवेयर या फिर कहा जाए तो सर्विस पर लाने होंगे।

इसके लिए आपको एक प्रॉपर स्ट्रेटेजी बनाकर काम करना होगा। मार्किट तकनीक कुछ इस तरह से स्थापित करे कि स्टूडेंट्स आपकी सर्विस तरफ एट्रेक्ट हो। उदाहरण के तौर पर आप किसी ऐसे टीचर को हायर कर सकते हैं जो लोकप्रिय हो या जिसके स्टूडेंट्स सफल हो चुके हो। इस तरह से नाम को देखते हुए स्टूडेंट्स आपकी सर्विस पर आएंगे और आपको प्रॉफिट जनरेट करने में मदद मिलेगी।

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